सरकार के नुमाइंदों की शह पर हो रही नशे की बिक्री : जोशी
पूर्व कैबिनेट मंत्री अनिल जोशी ने तरनतारन स्थित जिला सिविल अस्पताल में जहरीली शराब पीकर बीमार हुए मरीजों और उनके अपने गांव संघा में जहरीली शराब से मरने वालों के परिजनों से मुलाकात कर दुख साझा किया।
जागरण संवाददाता, अमृतसर : पूर्व कैबिनेट मंत्री अनिल जोशी ने तरनतारन स्थित जिला सिविल अस्पताल में जहरीली शराब पीकर बीमार हुए मरीजों और उनके अपने गांव संघा में जहरीली शराब से मरने वालों के परिजनों से मुलाकात कर दुख साझा किया। जोशी ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह ने चुनाव से पहले गुटका साहिब हाथ में पकड़कर चार हफ्ते में नशा खत्म करने की सौगंध खाई थी और सत्ता में आए थे। साढ़े तीन साल में नशा खत्म करना तो दूर बल्कि उनके नुमाइंदों की शह पर इसकी बिक्री धड़ल्ले से हो रही है। जोशी ने कहा कि कैप्टन और विशेषकर इन क्षेत्रों के नुमाइंदों को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए।
उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में हुई मौतों की जिम्मेदारी कैप्टन सरकार की बनती है। यह बहुत शर्म की बात है कि कैप्टन सरकार कुछ अफसरों को निलंबित कर और मृतकों के परिवारों को 2-2 लाख का मुआवजा देकर मामले से अपना पल्ला झाड़ रही है। उन्होंने कहा कि मृतकों में अधिकतर लोग वो हैं जो मेहनत मजदूरी कर अपना व पूरा परिवार पालते थे मगर अब उनके जाने से उनका परिवार बेबस हो गया है जिनकी जिम्मेदारी अब कैप्टन सरकार को उठानी चाहिए। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी में पिछले चार महीने में इतनी मौतें नहीं हुई, जितनी तीन दिन में हो गई हैं। उन्होंने कहा कि कैप्टन डिविजनल कमिश्नर को जांच देने की बजाय इसकी जांच हाईकोर्ट के सिटिग जज जा सीबीआई से करवाए, ताकि सच सामने आ सके। इस मौके पर विश्व हिदू परिषद गौ रक्षा दल के केंद्रीय मंत्री हरिदर अग्रवाल, पार्षद राजा जोशी, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य चंद्र अग्रवाल, नवरीत सिंह शफीपुर, पार्षद गुरप्रीत सिंह गोल्डी, भाजयुमो पंजाब के खेल इंचार्ज तरुण जोशी, राजन ठाकुर, वनीत भनोट, दीपक खुल्लर आदि मौजूद थे।