Rajasthan: विधानसभा में उठा बच्चों की तस्करी का मुद्दा, भाजपा विधायकों ने सरकार को घेरा
Rajasthan Assembly. राजस्थान विधानसभा के बजट सत्र के दूसरा चरण के शून्यकाल में आदिवासी बच्चों की तस्करी से लेकर नए जिले बनाने तक के मुद्दे उठे।
जयपुर, जागरण संवाददाता। Rajasthan Assembly. राजस्थान विधानसभा के बजट सत्र का दूसरा चरण सोमवार से शुरू हुआ। सोमवार को शून्यकाल में आदिवासी बच्चों की तस्करी से लेकर नए जिले बनाने तक के मुद्दे उठे। वहीं, सिरोही जिले में एक युवक की मौत के मामले को लेकर निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा वेल में धरने पर बैठ गए। लोढ़ा की विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी के साथ नोकझोंक हुई।
भाजपा विधायकों ने सरकार को घेरा
प्रदेश के आदिवासी इलाके से बच्चों की तस्करी के मामले को लेकर शून्यकाल में भाजपा विधायक रामलाल शर्मा ने कहा कि बच्चों की तस्करी के गिरोह सक्रिय है। सरकार को इस पर प्रभावी कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि बच्चों की तस्करी का मामला चिंता का विषय है। भाजपा विधायक अशोक लाहोटी ने जयपुर में सोसायटीज की कॉलोनियों में सुविधाओं के अभाव का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि इन कॉलोनियों में पानी, बिजली, सड़क और सीवरेज जैसी आवश्यक सुविधाएं नहीं हैं। सरकार को इस बारे में शीघ्र कदम उठाने चाहिए। भाजपा विधायक हमीर सिंह, धर्मनारायण जोशी और नारायण सिंह ने अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों की समस्याओं से जुड़े विषय सदन में उठाए। कांग्रेस विधायक मदन प्रजापत ने बालोतरा को जिला बनाने की मांग की। उन्होंने कहा कि बालोतरा जिला बनने के सभी मापदंड रखता है,सरकार को इस बारे में शीघ्र घोषणा करनी चाहिए। उन्होंने सरकार से अन्य जिलों की मांग पर भी ध्यान देने का आग्रह किया।
अध्यक्ष ने सीट पर जाने को कहा, लोढ़ा नहीं माने
सिरोही के युवक पंकज सुथार की हत्या के मामले में विधानसभा में मंत्री के जवाब नहीं देने से नाराज निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा सदन की वेल में आकर धरने पर बैठ गए। शून्यकालन के दौरान संयम लोढ़ा ने पंकज सुथार की हत्या का मामला उठाते हुए सरकार से इस पर जवाब देने की मांग की, किसी मंत्री ने इस पर जवाब नहीं दिया तो उन्होंने आपत्ति की। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी ने संयम लोढ़ा को आगे बोलने की अनुमति नहीं दी। इस पर नाराज लोढ़ा वेल में आकर धरने पर बैठ गए। इस मामले में लोढ़ा की अध्यक्ष से नोकझोंक भी हुई। जोशी ने कहा कि वेल में आने की परंपरा को खत्म करने पर देश भर में बहस चल रही है। छत्तीसगढ़ में वेल में आने पर शेष दिन के लिए सदन से निकालने का प्रावधान है। उन्होंने कहा कि देश में यह बहस चल रही है कि वेल में आने वालों को सदन से निष्कासित किया जाए। उन्होंने लोढ़ा से वेल से उठकर सीट पर जाने को कहा, लेकिन लोढ़ा नहीं माने।
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