Rajya Sabha Election 2020: सोनिया गांधी तय करेंगी गुजरात में राज्यसभा चुनाव मैदान में एक प्रत्याशी रहे या दो
Rajya Sabha Election 2020 गुजरात के राजनीतिक संकट से निपटने को लेकर कांग्रेस ने मंगलवार को जयपुर में रणनीति बनाई।
नरेन्द्र शर्मा, जयपुर। Rajya Sabha Election 2020: गुजरात में राज्यसभा चुनाव के सियासी संकट का केंद्र अब जयुपर बन गया है। गुजरात के राजनीतिक संकट से निपटने को लेकर कांग्रेस ने मंगलवार को जयपुर में रणनीति बनाई। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव बीके हरिप्रसाद, राज्यसभा चुनाव पर्यवेक्षक रजनी पाटिल और राजीव सातव ने विधायकों का मन टटोला। गुजरात में राज्यसभा की चार सीटों पर हो रहे चुनाव में कांग्रेस ने दो उम्मीदवारों भरत सिंह सोलंकी और शक्ति सिंह गोहिल के नामांकन-पत्र दाखिल कराए थे, लेकिन मौजूदा हालात में कांग्रेस को एक ही सीट मिलती हुई नजर आ रही है।
इसी को देखते हुए हरिप्रसाद, पाटिल और सातव ने जयपुर के शिव विलास होटल में ठहरे गुजरात के विधायकों के साथ चर्चा की। उन्होंने बदले हालात में दोनों में से किसी एक को ही चुनाव मैदान में रखने को लेकर विधायकों की राय ली। सूत्रों के अनुसार, अधिकांश विधायकों ने सोलंकी के पक्ष में राय दी, लेकिन आलाकमान की पंसद शक्ति सिंह गोहिल है। अब ये नेता विधायकों की राय के आधार पर तैयार की गई अपनी रिपोर्ट कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को सौंपेंगे।
ये दोनों नेता और चार वरिष्ठ विधायक मंगलवार शाम दिल्ली गए हैं। गुजरात के वरिष्ठ नेता अर्जुन मोड़वाड़िया और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी विधायकों से मुलाकात कर राज्यसभा चुनाव की रणनीति पर मंथन किया। गहलोत पूर्व में गुजरात के प्रभारी रह चुके हैं। सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस के कोषाध्यक्ष अहमद पटेल की भी टेलीफोन पर कुछ विधायकों से बात हुई है ।
गुजरात में अपनों से ही कांग्रेस को संकट
गुजरात में कांग्रेस को क्रास वोटिंग का खतरा है। पार्टी के कुल 73 विधायक हैं। इनमें से पांच विधायकों ने अपना इस्तीफा दे दिया है। तोड़फोड़ से बचाने के लिए कांग्रेस ने अपने 68 विधायकों को जयपुर के शिव विलास होटल में शिफ्ट किया है। इनमें साथ सोलंकी और गोहिल भी है। इन विधायकों के जयपुर पहुंचने का सिलिसला शनिवार रात को ही शुरू हो गया था और अब तक कुल 68 विधायक यहां पहुंच चुके हैं। यहां पहुंचे नेताओं ने बताया कि कांग्रेस के पास अब खुद के 68 विधायक बचे हैं, वहीं एक निर्दलीय जिग्नेश मेवानी का समर्थन प्राप्त है। ऐसे में कुल संख्या 69 हो गई है। 182 सदस्यों वाली विधानसभा में दो सीटें खाली है। भाजपा के 103, भारतीय ट्राइबल पार्टी के दो और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी का एक विधायक है। पहले तो ऐसा लग रहा था कि संख्या बल के हिसाब से भाजपा और कांग्रेस को दो-दो सीटें मिल जाएगी।
इसी कारण कांग्रेस ने दो उम्मीदवार मैदान में उतारे थे, लेकिन भाजपा ने तीसरे उम्मीदवार नरहरि अमिन को भी मैदान में उतार दिया और उसे जीताने को लेकर जोर लगा दिया। भाजपा द्वारा कांग्रेस में लगाई गई सेंध के बाद अब कांग्रेस के पास दोनों सीटें जीतने योग्य संख्याबल नहीं है। इस कारण अब एक ही उम्मीदवार को मैदान में रखने पर विचार किया जा रहा है, लेकिन इस बारे में अंतिम निर्णय सोनिया गांधी करेंगी। जानकारी के अनुसार, कांग्रेस को कुछ अन्य विधायकों के भी अलग होने का शक है। इस कारण शिव विलास होटल में सुरक्षा बंदोबस्त कड़े कर दिए गए हैं।
पीसीसी अध्यक्ष का दावा, भाजपा विधायक हमारे संपर्क में
गुजरात प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अमित चावड़ा ने "दैनिक जागरण" से बातचीत में कहा कि कांग्रेस दमखम से चुनाव लड़ेगी। उन्होंने कहा कि भाजपा के असंतुष्ट और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी व भारतीय ट्राइबल पार्टी के विधायक हमारे संपर्क में है। उन्होंने बताया कि मंगलवार को जयपुर में हुई विधायकों की बैठक में एक प्रस्ताव पारित किया गया है, जिसमें राज्यसभा चुनाव को लेकर सभी तरह के निर्णय करने का अधिकार सोनिया गांधी को सौंपा है। वहीं, हरिप्रसाद ने भाजपा पर संविधान की धज्जियां उड़ाने का आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र सरकार की सोच तालिबानी है। उल्लेखनीय है कि शनिवार से लेकर सोमवार आधी रात तक गुजरात के 68 विधायक जयपुर के शिव विलास होटल पहुंचे थे।