Rajasthan: सत्ता व संगठन में तालमेल के लिए समन्वय समिति गठित
Coordination Committee In Rajasthan. गुटबाजी को खत्म करने और सत्ता एवं संगठन में तालमेल के लिए सोनिया गांधी ने समन्वय समिति गठित की है।
जयपुर, जागरण संवाददाता। Coordination Committee In Rajasthan. राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उप मुख्यमंत्री एवं प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सचिन पायलट के बीच चल रही आपसी खींचतान के साथ ही पार्टी में उभर रही गुटबाजी को कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने गंभीरता से लिया है। गुटबाजी को खत्म करने और सत्ता एवं संगठन में तालमेल के लिए सोनिया गांधी ने समन्वय समिति गठित की है।
पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे को समिति का अध्यक्ष और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री भंवरलाल मेघवाल, राजस्व मंत्री हरीश चौधरी, विधायक दीपेंद्र सिंह शेखावत, हेमाराम चौधरी और महेंद्र जीत सिंह मालवीय को शामिल किया गया है।
सूत्रों के अनुसार, अब सत्ता एवं संगठन से जुड़े सभी निर्णय इस समिति में आपसी चर्चा के बाद लिए जाएंगे। राजनीतिक नियुक्तियों के लिए भी यह समिति ही पार्टी नेताओं के नाम तय करेगी। विवादित मुद्दों का हल भी समिति ही करेगी।
गौरतलब है कि राजस्थान के उपमुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सचिन पायलट ने गत शुक्रवार को एक बार फिर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर बिना नाम लिए निशाना साधा था। पायलट ने कहा कि राजस्थान की सात करोड़ जनता ने किसी एक व्यक्ति को नहीं चुना, बल्कि कांग्रेस पार्टी को चुना है। पार्टी ने मंत्री और नेता बनाए हैं। राज्य के सात करोड़ लोग चाहते हैं कि अच्छी सरकार मिले।
उन्होंने कहा कि सरकार चलाना और उसकी परर्फोमेंस हम सबकी जिम्मेदारी है। किसी एक व्यक्ति की जिम्मेदारी नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर हमारी टीम में से किसी एक व्यक्ति को परेशानी होती है तो उसका समय से निराकरण करना जरूरी है क्योंकि जवाबदेही हमारी कांग्रेस सरकार की है।
जयपुर स्थित अपने आवास पर पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार चलाने के लिए एक व्यक्ति से काम नहीं चलेगा। सबको साथ लेकर चलना होगा। पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह का अधिकारियों के साथ विवाद और उनके साथ गुरुवार को हुई मुलाकात पर उन्होंने कहा कि उनकी समस्या का समाधान होना चाहिए।
यह भी पढ़ेंः सीएम अशोक गहलोत बोले, सवाल उठाना सचिन पायलट का भी अधिकार