खुशखबरी : अगले चार महीने में 6000 रेलवे स्टेशनों पर मिलेगा वाई-फाई कनेक्शन
रेल मंत्रालय ने अपनी ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक धरोहरों के विश्वव्यापी प्रचार के लिए गूगल के साथ करार किया है।

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। रेल मंत्रालय ने अपनी ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक धरोहरों के विश्वव्यापी प्रचार के लिए गूगल के साथ करार किया है। इसके तहत गूगल रेलवे की धरोहरों का डिजिटलीकरण कर उनकी ऑनलाइन पहुंच सुनिश्चित करेगा।
इस संबंध में शुक्रवार को राष्ट्रीय रेल संग्रहालय में एक कार्यक्रम का आयोजन हुआ। इसमें रेलमंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि अगले चार महीनो में 6000 रेलवे स्टेशनों पर वाई-फाई सुविधा उपलब्ध करा दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि अब तक गूगल 400 रेलवे स्टेशनों में वाई-फाई सुविधा उपलब्ध करा चुका है। इससे पता चलता है कि शक्तिशाली गठजोड़ से क्या-क्या हो सकता है और किस तरह इसके जरिए जनता की सेवा की जा सकती है।

अब हमें इस सुविधा को छह हजार स्टेशनों तक पहुंचाना चाहिए, ताकि स्टेशन और आसपास के लोगों, खासकर गरीब और वंचित लोग इससे लाभान्वित हों और देश के विकास का आनंद उठा सकें। उन्होंने गूगल से स्टेशनों पर मुफ्त वाई-फाई सुविधा उपलब्ध कराने का अनुरोध किया।
गोयल ने कहा, पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप के जरिए रेल सहयोग वेबसाइट पर हमने 5000 स्टेशनों में वाई-फाई उपलब्ध कराने का प्रस्ताव किया है। गूगल इनमें से कुछ स्टेशन ले सकता है। मुझे उम्मीद है कि अगले 120 दिनो में हम 6000 स्टेशनों पर वाई-फाई कनेक्शन उपलब्ध करा देंगे।
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रेलमंत्री ने कहा कि रेलवे की 'लाइफलाइन आफ दि नेशन' परियोजना के तहत गूगल 'आर्ट्स एंड कल्चर' वेबसाइट पर रेलवे की धरोहरों को प्रदर्शित किया जाएगा। इस पर 100 से अधिक ऑनलाइन प्रदर्शनियों के अलावा 150 वीडियो तथा 3500 चित्र उपलब्ध होंगे।
भारतीय रेल की असाधारण धरोहर, इतिहास एवं संस्कृति वास्तव में रोमांचकारी होने के साथ-साथ युवाओं और बुजुर्गो दोनों के लिए सुखद है। गूगल की 'आर्ट्स एंड कल्चर' वेबसाइट ने विश्व की 1800 से ज्यादा संस्थाओं के साथ गठजोड़ किया है। पांच करोड़ से ज्यादा लोग इसका उपयोग करते हैं।

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