Maharashtra Politics: कांग्रेस में होगा शरद पवार के गुट वाली एनसीपी का विलय? पूर्व गृह मंत्री ने कर दिया साफ
लोकसभा चुनाव से पहले महाराष्ट्र की सियासत में काफी उथल-पुथल देखने को मिल रही है। शदर पवार के गुट वाली एनसीपी को लेकर कई तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं। कहा जा रहा है कि शरद पवार के गुट वाली एनसीपी का कांग्रेस में विलय हो सकता है। राज्य के पूर्व गृह मंत्री और शरद गुट के नेता अनिल देशमुख ने इस पर सफाई पेश की है।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। महाराष्ट्र की सियासत में इन दिनों कई तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं। कहा जा रहा है कि शरद पवार के गुट वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) का कांग्रेस में विलय होगा। इन्हीं अटकलों को लेकर पूर्व गृह मंत्री और शरद गुट के नेता अनिल देशमुख ने सफाई दी है।
अनिल देशमुख ने इस तरह की अटकलों को खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि ना तो ऐसी कोई संभावना है और ना ही इस तरह की कोई चर्चा हुई है। देशमुख ने आगे कहा कि हमने केवल इस बात पर चर्चा की कि हमें जल्द ही अपनी पार्टी के लिए एक चुनाव चिह्न मिलना चाहिए।
#WATCH | On rumours of Sharad Pawar-led NCP to merge with Congress, Anil Deshmukh of Nationalist Congress Party-Sharadchandra Pawar says, "Neither there is any such possibility nor any discussion of this nature happened. We only discussed that we should soon get an election… pic.twitter.com/HYWag15tzh— ANI (@ANI) February 14, 2024
बता दें कि शरद पवार से पार्टी का चुनाव चिह्न छिन जाने के बाद विलय की अटकलें लगाई जा रही थी। इससे पहले, शरद पवार ने चुनाव आयोग के आदेश को चुनौती देते हुए सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है। चुनाव आयोग ने अजीत पवार के गुट को आधिकारिक तौर पर असली एनसीपी के रूप में मान्यता दी है।
क्या है चुनाव आयोग का आदेश?
बीती 6 फरवरी को चुनाव आयोग ने घोषणा की कि अजित पवार गुट ही असली राकांपा है। आयोग ने अजित पवार के नेतृत्व वाले समूह को एनसीपी का चुनाव चिह्न घड़ी भी आवंटित किया है।
पार्टी पर कब्जे के लिए 6 महीने से अधिक चली सुनवाई
एनसीपी के दो धड़े बनने के बाद छह महीने से अधिक समय तक पार्टी पर कब्जे के लिए चुनाव आयोग में सुनवाई चली थी। चुनाव आयोग ने एनसीपी में विवाद का निपटारा किया और अजीत पवार के नेतृत्व वाले गुट के पक्ष में फैसला सुनाया था। अब एनसीपी का नाम और चुनाव चिह्न घड़ी अजीत पवार के पास रहेगा।
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