सत्र की बची अवधि में शामिल नहीं हो सकते कांग्रेस के 7 सांसद, स्पीकर पर पर्चे फेंकने का आरोप
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने दो दिन पहले सांसदों को चेताया था कि वेल में आने पर उन्हें निलंबित कर दिया जाएगा।
नई दिल्ली, एएनआइ। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की चेतावनी के बावजूद सदन में विपक्ष का हंगामा जारी रहा। इस क्रम में आज कांग्रेसी सांसदों ने सीमा पार करते हुए बलपूर्वक कागज छीनने का प्रयास किया जिसके कारण सात सांसदों को सत्र की शेष अवधि से निलंबित कर दिया गया। सदन के अध्यक्ष ओम बिरला सांसदों के इस व्यवहार से नाराज होकर दो दिनों से सदन भी नहीं आ रहे हैं।
सभापति मीनाक्षी लेखी ने कहा, 'कुछ सदस्यों ने कागज अध्यक्ष पीठ से बलपूर्वक छीन लिए और उछाले। संसदीय इतिहास में ऐसा दुर्भाग्यपूर्ण आचरण पहली बार हुआ जब अध्यक्ष पीठ से कार्यवाही संबंधित कागज छीने गए।' भारतीय जनता पार्टी नेता मीनाक्षी लेखी ने कहा कि कांग्रेसी सांसद ने ऐसा व्यवहार किया जैसा पहले कभी नहीं हुआ था। वे कार्यवाही के दौरान पोडियम में पहुंच गए और जबरन कागज खींचने लगे। संसदीय मामलों के मंत्री प्रहलाद जोशी ने सांसदों को निलंबित करने का रिज्योलूशन पेश किया जिसपर सदन ने मंजूरी दी। इसके बाद मीनाक्षी लेखी ने सदन की कार्यवाही को स्थरगित कर दिया।
लोकसभा में संसदीय प्रक्रियाओं के नियम 374 के तहत बलपूर्वक कागज छीनने वाले सात कांग्रेसी सांसदों को निलंबित कर दिया गया। निलंबित किए गए सात सांसदों में गौरव गोगोई, टीएन प्रतापन, डीन कुरियाकोस, राजमोहन उन्नीथन, बेन्नी बेहनन, मणिकम टैगोर, गुरजीत सिंह औजला हैं। इस सत्र की बची अवधि तक ये सात सांसद सदन की कार्यवाही में हिस्सा नहीं ले सकेंगे। दो दिन पहले ही सदन के अध्यक्ष ओम बिरला ने कड़ी चेतावनी दी थी कि यदि सांसद वेल में आकर हंगामा करते हैं तो उन्हें निलंबित कर दिया जाएगा।
बता दें कि संसद में बजट सत्र का दूसरा चरण जारी है। आज इस सत्र का चौथा दिन है। पिछले तीन दिन सदन की कार्यवाही विपक्ष के हंगामे के कारण बाधित रही।