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महिला आरक्षण की मांग को लेकर संसद के बाहर कांग्रेस का प्रदर्शन

उस वक्‍त नजारा देखने लायक था, जब महिला कांग्रेस नेताओं ने 33 फीसदी आरक्षण की मांग को लेकर अचानक संसद का कूच किया।

By Pratibha KumariEdited By: Published: Thu, 08 Mar 2018 08:58 AM (IST)Updated: Thu, 08 Mar 2018 01:20 PM (IST)
महिला आरक्षण की मांग को लेकर संसद के बाहर कांग्रेस का प्रदर्शन

नई दिल्ली, जेएनएन। आज दुनियाभर में अंतरराष्‍ट्रीय महिला दिवस मनाया जा रहा है और सफल महिलाओं की उपलब्धियों का बखान किया जा रहा है। मगर हमारे समाज में अभी भी कई ऐसे सवाल जिंदा हैं, जिसका जवाब ढूंढना बाकि है। हालांकि ये नजरिया आम महिलाओं के परिप्रेक्ष्‍य में है, जिनका पुरुष मानसिकता वाले समाज में अपने अस्तित्‍व के लिए संघर्ष जारी है। वहीं इस सबके बीच एक बार फिर संसद में महिला आरक्षण का मुद्दा भी उछला है।

उस वक्‍त नजारा देखने लायक था, जब महिला कांग्रेस नेताओं ने 33 फीसदी आरक्षण की मांग को लेकर अचानक संसद का कूच किया। एक तरफ अंदर संसद सत्र चल रहा था, वहीं दूसरी तरफ सैकड़ों की संख्‍या में महिला कांग्रेस नेताओं के आ धमकने से संसद भवन के बाहर अफरा-तफरी का माहौल पैदा हो गया। उन्‍होंने संसद में महिला आरक्षण बिल को लेकर जोरदार तरीके से प्रदर्शन किया।

वहीं इस दौरान ही पार्टी के लिए मुखर आवाज उठाने वालीं महिला कांग्रेस अध्‍यक्ष सुष्मिता देव ने कहा, 'मोदीजी सुनते नहीं हैं। महिला आरक्षण बिल लाइए। बेटी को सदन में लाने की हिम्‍मत करिए मोदी जी।'  इस मौके पर सुष्मिता देव के साथ सांसद रंजीता रंजन, दिल्ली महिला कांग्रेस अध्यक्ष शर्मिष्ठा मुखर्जी समेत तमाम कांग्रेस महिला कार्यकर्ताओं ने महिला आरक्षण बिल पास कराने के नारे लगाए। इस बीच महिला सुरक्षाकर्मियों की गैरमौजूदगी में पुरुष सुरक्षाकर्मियों को उन्‍हें नियंत्रित करने में कड़ी मशक्‍कत करनी पड़ी।



संसद में भी 33 फीसदी महिला आरक्षण का मुद्दा उठाया गया। कांग्रेस सांसद रजनी पाटिल और रेणुका चौधरी ने संसद में महिलाओं के आरक्षण मामले को लेकर राज्‍यसभा में स्‍थगन प्रस्‍ताव दिया था। वहीं टीडीपी ने आज भी संसद भवन में आंध्र प्रदेश के लिए विशेष राज्‍य के दर्जे की मांग को लेकर महात्‍मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष प्रदर्शन किया। इस बीच, हंगामे को देखते हुए लोकसभा की कार्यवाही दिन भर के लिए स्‍थगित कर दी गई।

लोकसभा-राज्‍यसभा स्‍पीकर ने दी महिला दिवस की बधाई
महिला दिवस के मौके पर लोकसभा स्‍पीकर सुमित्रा महाजन ने सदन को संबोधित करते हुए कहा, 'कल को माथे पर तिलक सा रख आज की उंगली पकड़ चल रहा है वो उज्‍जवल भविष्‍य की ओर दिग भ्रमित को विश्‍व दर्शन कराने। मैं सभी महिलाओं को अंतरराष्‍ट्रीय महिला दिवस पर बधाई देती हूं।' वहीं राज्‍यसभा स्‍पीकर व उपराष्‍ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने भी महिला दिवस पर सदन को संबोधित किया।

एक दिन पहले देश के विभिन्न हिस्सों में प्रतिमाएं खंडित किए जाने और पीएनबी घोटाले को लेकर लोकसभा (लोस) में विपक्ष ने भारी हंगामा किया। इस कारण लगातार तीसरे दिन सदन में कोई कामकाज नहीं हो सका। उधर राज्यसभा में भी यही हाल रहा। विपक्ष व राजग के सहयोगी दलों-टीडीपी व अन्नाद्रमुक के हंगामे से कार्यवाही बाधित रही।

लोकसभा में कांग्रेस 12700 करोड़ के पीएनबी घोटाले पर पीएम मोदी के बयान की मांग पर अड़ी रही। जबकि अन्नाद्रमुक व आप के सांसद पेरियार के फोटो लेकर गर्भगृह में उतर आए और वेल्लूर में उनकी प्रतिमा तोड़ने के खिलाफ नारेबाजी करते रहे। टीडीपी सदस्यों ने आंध्र को विशेष दर्जे की मांग को लेकर तो राजग की सहयोगी शिवसेना ने मराठी को शास्त्रीय भाषा का दर्जा देने की मांग की।

स्पीकर सुमित्रा महाजन ने शिवसेना सांसद आनंदराव अडसूल को बोलने को कहा। अडसूल ने कहा कि तेलुगु, कन्नड, मलयालम, उडि़या को शास्त्रीय भाषा का दर्जा दिया गया है। हमने मंत्री को ज्ञापन भी दिया, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। इस पर गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि यह उनके मंत्रालय का मामला नहीं है, लेकिन वह संस्कृति मंत्रालय को इस बारे में विचार करने का आग्रह करेंगे। इस पर शिवसेना सदस्य शांत हुए तो अन्नाद्रमुक ने पेरियार की प्रतिमा तोड़ने पर हंगामा शुरू कर दिया। इस पर कार्यवाही स्थगित करना पड़ी।


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