नागरिक कानून के विरोध में कमल हासन, कहा- कानूनी तरीके से लड़ेंगे लड़ाई
दक्षिण भारतीय अभिनेता व मक्कल निधि मैय्यम (MNM) के अध्यक्ष कमल हासन ने मंगलवार को नागरिकता संशोधन कानून के लिए कानूनी समाधान अपनाने की बात कही है।
नई दिल्ली, एएनआइ। दक्षिण भारतीय अभिनेता व मक्कल निधि मैय्यम (MNM) के अध्यक्ष कमल हासन (Kamal Hassan) ने मंगलवार को नागरिकता संशोधन कानून (Citizenship Amendment Act) के लिए कानूनी समाधान अपनाने की बात कही है। इस कानून का विरोध कर रहे कमल हासन ने कहा कि वे सही तरीके से अपनी लड़ाई लड़ेंगे। बता दें कि तमाम विरोधी पार्टियां समेत उनकी पार्टी की ओर से भी सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में इस कानून को चुनौती देते हुए याचिका दायर की गई है।
कमल हासन से जब सवाल किया गया, 'आप इस कानून के खिलाफ अपनी लड़ाई को कैसे आगे ले जाएंगे।' तब उन्होंने जवाब में कहा, 'हम अपनी लड़ाई को सही दिशा में ले जाएंगे और इसका कानूनी समाधान निकालेंगे।' उन्होंने आगे कहा, ' युवाओं को राजनीतिक रूप से जागरुक होना पड़ेगा। उन्हें सवाल पूछने का अधिकार है। उन्हें सवाल पूछना चाहिए। अगर उनके सवालों को दबा दिया जाता है, तो लोकतंत्र खतरे में है। अपने क्षेत्र में मैं एक छात्र हूं, मैं उनके लिए आवाज उठाता रहूंगा।
इससे पहले भी कमल हासन नागरिकता संशोधन कानून की निंदा कर चुके हैं। उन्होंने कहा था कि किसी एक संप्रदाय के लिए देश का निर्माण करना भारत की गलती है। युवा इसे खारिज कर देगा। उन्होंने कहा था, 'जैसे स्वस्थ व्यक्ति का सर्जरी अपराध है वैसे ही बिना गलती संविधान में बदलाव करना भी अपराध माना जाना चाहिए।' उन्होंने कहा कि यह 21वीं सदी है। प्राचीन तरीके के योजनाओं को युवा सिरे से खारिज कर देंगे। गलत चीजों के लिए संविधान में संशोधन हमारी ड्यूटी है संविधान की सही चीजों में संशोधन विश्वासघात है। स्वस्थ व्यक्ति की सर्जरी करने में असफल लोग फिर से इसी प्रयास में हैं।
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