पत्रकारिता की आड़ में शख्स ने बनाया हवस का शिकार, तंग आकर महिला ने DGP ऑफिस के सामने की जान देने की कोशिश
महिला ने पुलिस डीजी कार्यालय के सामने खुदकुशी करने की कोशिश की क्योंकि वह पुलिस की टालमटोली से तंग आ चुकी थी। पत्रकारिता के आड़ में एक शख्स उसका लगातार शारीरिक शोषण करता रहा और बाद में पैसे भी ऐंठे।
जासं, कटक। ब्लैकमेल और रुपए लूट करने की एक घटना में केंद्रपाड़ा पुलिस से न्याय नहीं मिलने के कारण पुलिस डीजी कार्यालय के सामने एक महिला ने बुधवार को खुदकुशी करने की कोशिश की। उस महिला को मौके पर मौजूद पुलिस कर्मचारियों ने दबोच लिया। मिली जानकारी के अनुसार, केंद्रपाड़ा जिला राजकनिका की 33 साल की सस्मिता पलाई को एक व्यक्ति ने अपने झांसे में फंसाकर उसके साथ धोखाधड़ी की थी। खुद को पत्रकार बताने वाला टामुंडाइ थाना दीआनपुर इलाके का यह व्यक्ति महिला का शारीरिक और आर्थिक तौर पर शोषण करता रहा।
महिला की शिकायत पर पुलिस ने नहीं की कार्रवाइ
महिला ने आरोप लगाया है कि शख्स ने उसके पास से कई बार रुपए भी लिए, जिसका कि वीडियो महिला ने अपने पास रख रखा है। उस आदमी के पास भी महिला की कुछ निजी तस्वीरें हैं, जिसके आधार पर वह अब उसे ब्लैकमेल कर रहा है। इसे लेकर सस्मिता ने पटामुंडाई थाने में शिकायत दर्ज की थी। महिला की ओर से की जाने वाली शिकायत के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज किया था, लेकिन उसको लेकर किसी भी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की।
डीजीपी कार्यालय में जाकर भी नहीं बनी बात
ऐसे में दिसंबर 2 तारीख को महिला पुलिस डीजीपी कार्यालय के पास न्याय मांगने के लिए पहुंची थी, लेकिन महिला ने यहां पर भी न्याय नहीं मिलने का आरोप लगाते हुए बुधवार को डीजीपी कार्यालय के सामने खुदकुशी करने की कोशिश की। हालांकि, मौके पर मौजूद केंटोनमेंट थाने के महिला और पुरुष कर्मचारियों ने उसे सही समय पर काबू कर लिया।
सीएम पटनायक के आवास के सामने पेड़ पर चढ़ी महिला
इसी तरह की एक घटना बीते साल सितंबर के महीने में सामने आई थी, जिसमें अपने भाई की हत्या के मामले में न्याय की मांग करते हुए एक महिला ख्यमंत्री नवीन पटनायक (Naveen Patnaik) के आवास के सामने एक पेड़ पर चढ़ गई और कूंदकर जान देने की भी कोशिश की। लेकिन काफी मशक्कत के बाद उसे पेड़ से उतार लिया गया।
यहां पढ़ें पूरी खबर- सीएम नवीन पटनायक के आवास के सामने महिला ने की जान देने की कोशिश, भाई की हत्या के मामले में मांग रही इंसाफ