नव दास के चाचा के नहीं थम रहे आंसू, कहा- साजिश का शिकार हुआ है मेरा भतीजा, किसी से नहीं थी कोई दुश्मनी
नव किशोर दास के चाचा शेषदेव दास ने कहा है कि उनके भतीजे की किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी। ऐसे में उसकी हत्या एक सोची-समझी साजिश लगती है और यह साजिश ऊपर से रची गई होगी। उन्होंने नव को अपने खुद के बेटे से भी बढ़कर बताया है।
शेषनाथ राय, भुवनेश्वर। स्वास्थ्य मंत्री नव दास की हत्या के पीछे एक सोची समझी साजिश है। यह साजिश शीर्ष स्तर से रची गई है। नव दास के चाचा (पिता के छोटे भाई) शेषदेव दास ने इस तरह के आरोप लगाए हैं। मीडिया से बात करते हुए दास ने कहा है कि नव मेरे लिए मेरे बेटे से भी बढ़कर था। बचपन से ही वह हमेशा मेरे बहुत करीब रहा है। आखिरी बार 24 मई को संबलपुर में हमारी मुलाकात हुई थी, लेकिन फोन पर हमेशा बात होती रहती थी। उसकी असामयिक मौत से पूरा परिवार टूट गया है। मुझे उसके बचपन से जुड़ी सारी बातें याद हैं। दास ने कैमरे के सामने रोते हुए ये सारी बातें कही है।
ऊपर से रची गई होगी हत्या की साजिश: मंत्री के चाचा
शेषदेव दास ने कहा कि नव दास का कोई व्यावसायिक विरोध नहीं है। हत्या के पीछे के कारणों का पता नहीं चल पाया है, लेकिन हत्या की साजिश ऊपर से ही रची गई होगी। उसे एक पुलिस वाले ने मार गिराया है। दास ने आरोप लगाया कि हत्यारे की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है ऐसा प्रचार कर घटना की दिशा बदलने की कोशिश की जा रही है। नव की आध्यात्मिक भावना के बारे में बात करते हुए दास ने कहा, वह पूजा पाठ करता था। शनिवार शनि सिग्नापुर गया था। वहां से पूजा करने के बाद घर आया और रविवार को यह घटना हो गई।
जानें क्या है पूरा मामला
ओडिशा के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री और झारसुगुड़ा के विधायक नव किशोर दास को एएसआइ गोपाल कृष्ण दास ने उस वक्त गोली मार दी, जब वह झारसुगुड़ा जिले के ब्रजराजनगर में गांधी चौक पर आयोजित एक जनसभा में शामिल होने के लिए गए थे। इस दौरान दोपहर बारह बजे के करीब आरोपित एएसआइ ने उन्हें सामने से आकर गोली मार दी। सभा में शामिल होने के लिए पहुंचे स्वास्थ्य मंत्री के गाड़ी से बाहर निकलते ही एएसआइ ने अपनी सर्विस रिवॉल्वर से छह राउंड फायरिंग की, जिसमें से एक गोली मंत्री के सीने में लगी। इसके बाद उन्हें आनन-फानन में अपोलो अस्पताल ले जाया गया, जहां मेडिकल टीम के काफी प्रयास के बाद भी उन्हें बचाया नहीं जा सका।
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