नव दास से इस बात का बदला लेना चाहता था गोपाल, दोस्त ने किया खुलासा, जेल में पूछता था- क्या मर चुका है मंत्री
स्वास्थ्य मंत्री नव किशोर दास का हत्यारोपित गोपाल कृष्ण दास को लेकर एक यह भी खुलासा हुआ है कि जेल में रहने के दौरान वह लगातार पुलिसवालों से पूछता रहता था कि घटना को लेकर क्या अपडेट है क्या नव दास की मौत हो गई है
संसू, झारसुगुड़ा। स्वास्थ्य मंत्री नव किशोर दास की मौत हो चुकी है, इस बात की खबर उन पर गोली चलाने वाले आरोपित एएसआइ गोपाल कृष्ण दास को पहले नहीं थी। घटना के बाद पुलिस पहले उसे एयरपोर्ट थाने ले गई और फिर बाद में उसे सुंदरगढ़ जिला के सुंदरगढ़ शहर स्थित रिजर्व पुलिस लाइन में ले जाकर रखा गया। इस दौरान गोपाल की सुरक्षा में तैनात पुलिस कर्मियों से गोपाल ने उत्सुकता में पूछा था कि क्या नव की मौत हो गयी है। साथ ही उसे इस बात का भी यकीन नहीं हो रहा था कि सिर्फ एक ही गोली से मंत्री की मौत हो गई।
नव दास की मौत के बारे में जानने को उत्सुक था गोपाल
अगर गोपाल मानसिक रोगी था तो वह मंत्री नव दास की मौत हुई है या नहीं यह जानने के लिए इतना व्याकुल क्यों था। अब यह एक सबसे बड़ा सवाल बन गया है। पुलिस लाइन में जहां गोपाल को बेहद कड़ी सुरक्षा में रखा गया था वहां मोबाइल व टीवी कुछ नहीं था। जिससे गोपाल नव के ऊपर चलाई गई गोली का क्या परिणाम हुआ यह जानने को व्याकुल था इसलिए वह अपनी सुरक्षा में तैनात पुलिस कर्मियों से जानने का प्रयास कर रहा था।
मंत्री की मौत की खबर सुन हैरान रह गया था गोपाल
जब पुलिस कर्मियों ने उसे मंत्री नव दास की मौत की सूचना दी तो वह हैरान रह गया। जब अभियुक्त जेल में था तब भी वह नव की मौत को लेकर संदेह में था। वह जेल कर्मचारियों से भी घटना के संबंध में पूछता था। मगर जेल कर्मचारी उससे बात करने से बचते थे।
गोपाल को विश्वास ही नहीं हो रहा था कि नव दस की मौत एक ही गोली से हो गई है। वह बार-बार पूछता रहा कि नव दास को आइसीयू से निकाला गया कि नहीं। जेल में ही समाचार पत्र व टीवी न्यूज से वह लगातार इस बारे में जानने का प्रयास कर रहा था।
नव दास से इस बात का बदला लेना चाहता था गोपाल
ट्रैफिक ड्यूटी में रहने के दौरान नव दास द्वारा उसे थप्पड़ जड़ने की एक घटना उसने अपने एक साथी को बताई थी। उसने इसका बदला लेने का जिक्र अपनी साथी से किया था। यह बात उसके साथी ने आन रिकार्ड (इलेक्ट्रानिक मीडिया) में कही है।
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