क्वारंटाइन सेंटर में आदिवासी नाबालिग के साथ दुर्व्यवहार
क्वारंटाइन सेंटर में नाबालिग लड़की से दुर्व्यवहार का मामला सामने आया है लडकी 9 मई को रांची से लौटने के बाद अन्य दो महिलाओं के साथ क्वारंटाइन में थी।
राजगांगपुर, जेएनएन। कुतरा प्रखंड के खटंग स्थित कन्या आश्रम सरकारी स्कूल में बने क्वारंटाइन सेंटर में एक आदिवासी नाबालिग के साथ दुर्व्यवहार का मामला सामने आया है। 9 मई को रांची से लौटने के बाद नाबालिग अन्य दो महिलाओं के साथ क्वारंटाइन थी। नाबालिग लड़की लांजीबर्ना गांव की निवासी है । वहीं कोलकाता से लौटा आरोपी युवक अबध गुप्ता (27) भी लांजीबर्ना गांव का रहने वाला है। यहां वह अपने 6 शाल के बेटे रोबिन गुप्ता एवं मां शांति देवी (51) के साथ 11 मई से क्वारंटाइन था। 40 बेड वाले इस क्वारंटाइन सेंटर में अभी तक कुल 5 लोग रह रहे थे।
जिसमें अबध गुप्ता की मां को मिलाकर कुल तीन महिलाएं क्वारंटाइन की महिला वार्ड में तथा अबध व अन्य एक व्यक्ति पुरुष वार्ड में रह रहे थे।15 मई की आधी रात को अपनी दादी के साथ सो रहा अबध का बेटा आधी रात को अपने पिता के पास जाने की जिद करने लगा। जिसके बाद अबध की मां अपने पोते को लेकर बेटे के कमरे में गई थी। उनके पीछे -पीछे 17 साल की पीड़िता भी वार्ड में चली गई तथा वहां खाली पड़े बेड में सो गई।
नाबालिग के अनुसार उसी रात अबध ने उसके साथ दुर्व्यवहार किया। मामला सामने आने पर पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी शनिवार को घटना स्थल पहुंचकर लड़की से बात की थी। जिसके बाद मामला शांत हुआ था। लेकिन इस बीच लड़की ने घटना की जानकारी लांजीबर्ना स्थित अपने परिवार वालों को दे दी। जिसके बाद मामला धीरे-धीरे तनाव का रूप लेने लगा था। मामला बढ़ता देख रविवार को कुतरा पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी क्वारंटाइन सेंटर पहुचकर नाबालिग लड़की शिकायत पर एक मामला दर्ज कर लिया था।
उधर आरोपी लड़के का कहना है मेरे ऊपर जो आरोप लगाया जा रहा है वह पूरी तरह गलत है। मैं पुरुषों के लिए बनाए गए क्वारंटाइन सेंटर में सो रहा था। लड़की खुद आधी रात को मेरी मां के पीछे-पीछे आकर दूसरे बेड में सो गई थी। मैं लड़की के पास नहीं गया था। क्योंकि मेरी मां व बेटा वहीं पास में सोए हुए थे। आज लड़की व लड़के के अभिभावकों के बीच चली लंबी बकझक के बाद खटंग सरपंच ने दोनों पक्षों की बात सुनकर मामले को शांत कराया। इधर मौके पर मौजूद पुलिस ने नाबालिग लड़की का बयान लेकर वापस लौट गई। समाचार लिखे जाने तक पुलिस लड़की का बयान दर्ज कर मामले की जांच में जुटी हुई थी।