Lockdown: बीजद सांसद सामन्त ने जरूरतमंदों को बांटा खाना, 1500 बंदर; 2000 कुत्तों और पक्षियों का भी रख रहे हैं ध्यान
Lockdown बीजद सांसद डा. अच्यूत सामन्त ने जरूरतमंदों को भोजन उपलब्ध करवाने के साथ- साथ 1500 बंदरों 2000 आवारा कुत्तों और पक्षियों का भी ख्याल रख रहे हैं।
भुवनेश्वर, शेषनाथ राय। ओडिशा में कीट-कीस के प्रतिष्ठाता तथा लोकसभा सांसद डा. अच्यूत सामन्त ने अपनी समाजसेवा के लिए न सिर्फ ओडिशा या भारत बल्कि पूरी दुनिया के परिचित नामों में से एक हैं। लॉकडाउन के इस कठिन समय में बच्चों को सूखे मेवाेें के साथ-साथ जरूरतमंदों को भोजन वितरण किया। वह प्रतिदिन 1500 बंदरों, 2000 आवारा कुत्तों और पक्षियों के लिये भी खाना उपलब्ध करवा रहे हैं। चाहे 23 हजार गरीब आदिवासी बच्चों को मुफ्त आवासीय शिक्षा देने की बात हो या फिर प्रदेश में किसी भी प्रकार की आपदा में समाज व सरकार के साथ खड़े रहना हो, उन्हें सदैव अग्रिम पंक्ति में ही पाया जाता है। अब जबकि पूरी दुनिया में कोरोना वायरस ने कोहराम मचाया हुआ है, उस समय भी वह सरकार एवं समाज के साथ पूरी मुस्तैदी के साथ खड़े हैं।
लॉकडाउन मेंं आज जहां लोग अपने परिवार के भरण पोषण के लिए परेशान व व्याकुल नजर आ रहे हैं, ऐसे समय में डा. सामन्त की संस्थान कीस की तरफ से लगभग 23 हजार बच्चों को मुफ्त भोजन दिया जा रहा है। सरकार के आह्वान पर सरकार के साथ मिलकर 500 बेड वाले कोविड-19 अस्पताल बनाने के लिए कमर कस ली तो वहीं जब राजधानी पूरी तरह से लॉकडाउन में चली गई तब बेजुबान भूखे प्यासे जानवारों के भूख प्यास मिटाने के लिए अपनी संस्थान के साथ आगे निकलकर खड़े हुए हैं। यह प्रक्रिया 21 दिवसीय लॉकडाउन समयावधि तक जारी रहेगी। इतना ही नहीं आज से उन्होंने राजधानी में 40 हजार गरीब परिवार को चिउरा, चीनी एवं सूूखे मेवे मुहैया कराने की भी प्रक्रिया शुरु कर दी है।
पूरा देश एवं प्रदेश आज पूरी तरह से लॉकडाउन में हैं मगर कीट-कीस एवं कीम्स के संस्थापक तथा कंधमाल लोकसभा सांसद प्रो अच्युत सामंत ने यह निर्णय लिया है कि वे पूरे 21 दिन तक अपनी जान की परवाह किये बिना अपने आपको नि:स्वार्थ जनसेवा को जारी रखेंगे। इसी निर्णय के तहत 26 मार्च को उन्होंने ओडिशा के मुख्यमंत्री की उपस्थिति में राज्य के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के साथ भुवनेश्वर में 500 बेड वाले कोविड-19 नये अस्पताल के एक करारनामे पर हस्ताक्षर किए।
27 मार्च को भुवनेश्वर और उसके आस पास के इलाकों जैसे शिखरचण्डी, खण्डगिरि, धवलगिरि, नंदनकानन, नालको चौक तथा पूरे पटिया क्षेत्र में भूखे रह रहे कुत्ते, गाय, सांढ़, बन्दर जैसे आवारा पशुओं के लिए उनकी रुचि के ताजे भोजन स्वयं उपलब्ध कराया। आवारा कुत्तोंं के लिए 50 किलो चावल, दाल तथा सब्जी पकाकर उन्हें खिलाया। प्रो सामंत ने बताया कि भुवनेश्वर में जारी 21 दिवसीय लाकडाउन के दौरान कीट-कीस की ओर से पूरे तीन सप्ताह तक कुल लगभग 40 हजार गरीब, जरुरतमंद लोगों और उनके बच्चों को चूड़ा, चीनी तथा सूखे फल आदि सप्ताह में तीन बार वे उपलब्ध कराएंगे।
पुलिस की मदद से सिर्फ दो कर्मचारी सामाजिक दूरी को ध्यान में रखते हुए यह कार्यक्रम चलाएंगे। यही नहीं, 21 दिनों तक इस लड़ाई में तैनात पुलिस अधिकारियों से लेकर सफाई कर्मचारियों को भी वे भोजन आदि उपलब्ध कराएंगे। उन्होंने बताया कि उनको लोगों को तथा आवारा पशुओं को अपनी ओर से भोजन कराने में स्वत: सुखाय की अनुभूति होती हैं।