Odisha Train Accident: CM पटनायक ने किया मुआवजे का एलान, मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपये व घायलों को एक लाख
Odisha Train Accident ओडिशा ट्रेन हादसे के पीड़ितों को ओडिशा सरकार मुख्यमंत्री राहत कोष से सहायता राशि देगी। सीएम ने मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये देने की घोषणा की है। इसके साथ ही उन्होंने घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है।
भुवनेश्वर, जागरण संवाददाता। ओडिशा ट्रेन हादसे में मरनेवालों की संख्या बढ़कर 288 हो गई है। वहीं, मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने बहनागा ट्रेन हादसे के पीड़ितों के लिए सहायता राशि की घोषणा की। ये राशि मुख्यमंत्री राहत कोष से दी जाएगी।
मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने मृतक के परिजनों को 5 लाख रुपये और गंभीर रूप से घायल लोगों को 1 लाख रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की है। इसके साथ ही, मुख्यमंत्री ने शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना भी व्यक्त की है और घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की है।
बता दें कि शुक्रवार की ट्रेन त्रासदी के पीड़ितों का भुवनेश्वर और बालासोर के बीच विभिन्न सरकारी और निजी अस्पतालों में इलाज चल रहा है।
राज्य सरकार के अधिकारियों ने रविवार को कहा कि ओडिशा के बालासोर में तीन ट्रेनों में हुई बड़ी ट्रेन दुर्घटना में मरने वालों की संख्या बढ़कर 288 हो गई है। ओडिशा के मुख्य सचिव प्रदीप जेना ने कहा कि दुर्घटनास्थल पर भारतीय रेल की ओर से युद्ध स्तर पर मरम्मत का काम किया जा रहा है।
रविवार रात तक ट्रैक बहाली का काम होगा पूरा
रेलवे अधिकारियों के अनुसार, बहानगा बाजार स्टेशन पर ट्रेनों के पटरी से उतर जाने के कारण दुर्घटनाग्रस्त हुए सभी 21 डिब्बों को खड़ा कर दिया गया है। अब साइट को साफ किया जा रहा है। इसके अलावा, 3 वैगन और लोकोमोटिव के ऊपरी हिस्से को ग्राउंड किया जाएगा।
300 घायलों की हालत स्थिर
ओडिशा के मुख्य सचिव के मुताबिक, बचाव अभियान पूरा हो चुका है और ट्रैक बहाली का काम रविवार की रात तक पूरा होने की संभावना है। फिलहाल 300 घायलों का विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है और उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है।
इसके अलावा, 160 शवों को भुवनेश्वर लाने की प्रक्रिया चल रही है। राज्य सरकार अब मृतकों की शिनाख्त पर फोकस कर रही है। चूंकि देश के विभिन्न हिस्सों से मृतक यात्रियों के परिजन आज राज्य पहुंच रहे हैं, इसलिए उनसे समन्वय स्थापित करने का प्रयास किया जा रहा है।
शवों का लिया जाएगा डीएनए
जेना ने कहा कि मानदंडों के अनुसार, 48 घंटों के बाद आवश्यक चिकित्सा-कानूनी प्रक्रिया और प्रक्रिया के अनुसार डीएनए नमूने एकत्र करने के बाद शवों का निपटान किया जाएगा।