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भारतीय इंजीनियर की हत्या पर घिरे ट्रंप

32 साल के कुचीभोटला की 22 फरवरी को पूर्व अमेरिकी नौसैनिक एडम प्यूरिंग्टन ने कंसास के एक बार में गोली मारकर हत्या कर दी थी।

By Abhishek Pratap SinghEdited By: Published: Tue, 28 Feb 2017 06:34 PM (IST)Updated: Tue, 28 Feb 2017 06:48 PM (IST)
भारतीय इंजीनियर की हत्या पर घिरे ट्रंप
भारतीय इंजीनियर की हत्या पर घिरे ट्रंप

ह्यूस्टन, प्रेट्र : युवा भारतीय इंजीनियर श्रीनिवास कुचीभोटला की हत्या पर चुप रहने के कारण अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप घिर गए हैं। राष्ट्रपति चुनाव में उनकी प्रतिद्वंद्वी रहीं पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन ने कहा है कि ट्रंप को इस मामले में जवाब देना ही होगा। प्रतिष्ठित अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स ने राष्ट्रपति की निंदा करते हुए कहा है कि उनकी चुप्पी से अमेरिकी समाज कमजोर होगा।

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32 साल के कुचीभोटला की 22 फरवरी को पूर्व अमेरिकी नौसैनिक एडम प्यूरिंग्टन ने कंसास के एक बार में गोली मारकर हत्या कर दी थी। गोलीबारी में एक अन्य भारतीय आलोक मदासानी और अमेरिकी युवक इयान ग्रिलट घायल हो गए थे। दुनिया भर से इस घटना के विरोध में आवाज उठ रही है। भारतीय समुदाय सहित अमेरिका में रहे रहे सभी प्रवासी अपनी सुरक्षा को लेकर सशंकित हैं। ट्रंप के प्रवासी, मुस्लिम विरोधी बयानों से इस घटना को जोड़कर देखा जा रहा है। श्रीनिवास की पत्नी सुनयना दुमाला पहले ही ट्रंप से पूछ चुकी हैं कि नफरत की बुनियाद पर होने वाली हिंसा को उनकी सरकार कैसे रोकेगी।

अब हिलेरी ने ट्वीट करते हुए यह मसला उठाया है। उन्होंने कहा, धमकी और नफरत से भरे अपराधों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। हमें राष्ट्रपति को उनका काम बताने की जरूरत नहीं है। उन्हें आगे बढ़कर खुद इसका जवाब देना चाहिए। एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा, आंतरिक सुरक्षा विभाग की रिपोर्ट से भी साबित हो चुका है कि दूसरे देश के नागरिकों पर प्रतिबंध से सुरक्षा में इजाफा नहीं होगा। इससे डर और गुस्से को बढ़ावा मिलेगा।

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इस बीच, ह्वाइट हाउस के प्रवक्ता सीन स्पाइसर ने कहा है कि कंसास से मिल रहीं खबरें चिंता पैदा करने वाली हैं। धर्म एवं नस्ल के आधार पर हिंसा का कोई स्थान नहीं है। बीते हफ्ते उन्होंने कहा था कि श्रीनिवास की हत्या को घृणा अपराध मानना जल्दबाजी होगी। प्यूरिंग्टन पर अभी हत्या और हत्या की कोशिश का आरोप लगाया गया है। सोमवार को पहली बार इस मामले में जॉनसन काउंटी डिस्टि्रक्ट कोर्ट में वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए उसकी पेशी हुई।

ईरानी समझकर मारी गोली

श्रीनिवास की हत्या नफरत की बुनियाद पर होने का एक और प्रमाण मिला है। मिसौरी के एप्पलबी रेस्तरां की कर्मचारी सैम सुइदा के सामने प्यूरिंग्टन ने अपना गुनाह कुबूल करते हुए कहा था कि उसने ईरान के दो व्यक्तियों को गोली मारी है और अब छिपने की जगह तलाश रहा है। सुइदा ने पुलिस को पर फोन कर यह जानकारी दी थी। कंसास के बार में गोली चलाने के बाद प्यूरिंग्टन इसी रेस्तरां में पहुंचा था और पकड़ा गया था। उल्लेखनीय है कि एफबीआइ अभी भी इस बात की जांच कर रही है कि क्या श्रीनिवास की हत्या घृणा अपराध है।

गार्मिन करेगी विधवा की मदद

अमेरिकी कंपनी गार्मिन ने श्रीनिवास की पत्नी सुनयना को भारत में अपने पति के अंतिम संस्कार के बाद वापस अमेरिका लौटने में मदद का भरोसा दिया है। श्रीनिवास इसी कंपनी में कार्यरत थे। पति की मौत के बाद सुनयना अमेरिका में रहने के अयोग्य हो गई हैं, क्योंकि उनके पास एच-4 वीजा है। एच-1बी वीजा श्रीनिवास के पास था जिसके कारण उनकी पत्नी को अमेरिका में रहने और काम करने की अनुमति थी। गार्मिन इस समस्या का समाधान तलाशने के लिए कानूनी सलाहकारों के साथ काम कर रही है।

मातृभाषा में न करें बात

तेलंगाना अमेरिकन तेलुगु एसोसिएशन (टाटा) ने तेलुगु भाषी समुदाय के लोगों को अमेरिका में सार्वजनिक जगहों पर मातृभाषा में बातचीत करने से बचने की सलाह दी है। एसोसिएशन ने फेसबुक पोस्ट में कहा है, हमें अपनी मातृभाषा में बात करना बहुत पसंद है। इसका ज्यादातर गलत अर्थ भी लगाया जा सकता है, इसलिए आप जब भी सार्वजनिक जगहों पर हों तो अंग्रेजी में बात करने की कोशिश करें। संस्था ने सार्वजनिक स्थलों पर किसी के साथ बहस नहीं करने और बिना किसी झगड़े के वहां से निकल जाने की भी सलाह दी है।

साथ ही कहा है कि एकांत जगहों और अकेले बाहर जाने से बचें, क्योंकि सुनसान जगहों पर निशाना बनने का ज्यादा खतरा होता है। गौरतलब है कि श्रीनिवास तेलुगु भाषी ही थे। सोमवार देर रात उनका शव हैदराबाद लाया गया था।

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