शीर्ष कोर्ट से हटाई गईं भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरी दक्षिण कोरिया की राष्ट्रपति
भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद दक्षिण कोरिया की शीर्ष कोर्ट ने राष्ट्रपति पार्क गेन हुई को उनके पद से हटा दिया है। यहां के इतिहास में वह पहली ऐसी राष्ट्रपति हैं।
सियोल (राॅयटर)। साउथ कोरिया की संसदीय कोर्ट ने वहां की राष्ट्रपति पार्क गेन हुई को उनके पद से हटा दिया है। उनपर सैंमसंग मामले में भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे। गुन-हे दक्षिण कोरिया की ऐसी पहली लोकतांत्रिक तरीके से चुनी गई राष्ट्रपति हैं, जिन्हें हटाया गया है। इस संबंध में न्यायाधीशों ने संसद के फैसले को बरकरार रखा है। संसद ने भ्रष्टाचार कांड में गुन-हे की भूमिका के लिए उनके खिलाफ महाभियोग चलाने की मंजूरी दी थी।
इसके साथ ही पार्क गुन-हे ने राष्ट्रपति को मिलने वाले विशेषाधिकार भी खो दिए हैं और अब उनके खिलाफ मुकदमा भी चलाया जाएगा। आठ सदस्यों की संवैधानिक पीठ ने कहा कि गुन-हे को हटाने के पर्याप्त आधार मौजूद हैं। अदालत ने कहा कि पार्क गुन-हे ने कई सरकारी दस्तावेज लीक किए और चोई को सरकारी काम में दखल देने की इजाजत देकर कानून का उल्लंघन किया।
भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद पार्क की शक्तियां दिसंबर में ही सस्पेंड कर दी गई थी। पार्क गेन हुईं दक्षिण कोरिया की पहली महिला राष्ट्रपति हैं। वह पूर्व तानाशाह पार्क चुंग-ली की बेटी हैं। भ्रष्टाचार के इस मामले में सैंमसंग के वाइस प्रेसिडेंट और उत्तराधिकारी हेड ली जे योंग को पहले ही पद से हटाया जा चुका है। उनपर पार्क और उनके खास लोगों को रिश्वत देने का आरोप लगा था। उन पर आरोप है कि सैमसंग इलेक्ट्रानिक्स के उपाध्यक्ष ली ने राष्ट्रपति की एक गुप्त सहयोगी को चार करोड़ अमेरिकी डालर की रिश्वत दी ताकि सरकार की नीतियों को अनुकूल बनाया जा सके।
दक्षिण कोरिया में ‘सैमसंग का राजकुमार’ कहे जाने वाले ली को जिस जेल में रखा गया है वो सजायाफ्ता अरबपति कैदियों के लिए प्रसिद्ध है। 48 वर्षीय ली जे-योंग सैमसंग के वाइस प्रेसिडेंट हैं। वो सैमसंग के चेयरमैन ली कुन-ही के इकलौते बेटे हैं। सैमसंग की स्थापना ली के दादा ने की थी जिसे उनके पिता ने नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया।
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