Move to Jagran APP

बलूचों ने संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन कर की आजादी की मांग

प्रदर्शन संयुक्त राष्ट्र के 71 वें सत्र की आमसभा की शुरुआत के मौके पर किया गया। प्रदर्शन का आयोजन फ्री बलूचिस्तान मूवमेंट ने किया था।

By Gunateet OjhaEdited By: Published: Wed, 14 Sep 2016 04:21 PM (IST)Updated: Wed, 14 Sep 2016 04:27 PM (IST)

न्यूयॉर्क, प्रेट्र। बलूचिस्तान की आजादी की मांग करते बलूच लोगों ने मंगलवार को अमेरिका में स्थित संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। उन्होंने बलूचिस्तान में पाकिस्तानी सेना द्वारा किए जा रहे अमानवीय कृत्यों की ओर लोगों का ध्यान आकर्षित किया। यह प्रदर्शन संयुक्त राष्ट्र के 71 वें सत्र की आमसभा की शुरुआत के मौके पर किया गया। प्रदर्शन का आयोजन फ्री बलूचिस्तान मूवमेंट ने किया था।

loksabha election banner

अमेरिका और बलूचिस्तान के झंडे लिए ये लोग हाथों में बलूचिस्तान में मानव अधिकार हनन रोके जाने, वहां पर बमबारी बम बंद किए जाने और बलूचिस्तान पाकिस्तान का हिस्सा नहीं, के बैनर लिए हुए थे। कुछ लोग इन मांगों की लिखी टीशर्ट भी पहने हुए थे। ये लोग बलूचिस्तान में भारतीय मदद की गुहार भी लगा रहे थे। बांग्लादेश की तरह बलूचिस्तान को भी मुक्त कराए जाने की मांग कर रहे थे।

बलूचिस्तान में नरसंहार रोके जाने की मांग कर रहे थे। प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि पाकिस्तानी सेना ने हाल के कुछ वर्षो में पांच हजार से ज्यादा लोगों को मार डाला है जबकि 20 हजार लोग लापता हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान बलूचिस्तान में अवैध कब्जा किए हुए है। वहां के लोग आजादी की लड़ाई लड़ रहे हैं, जिसका दमन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने बलूचिस्तान में यह स्थिति 1948 से बनाई हुई है। मूवमेंट के अनुसार संयुक्त राष्ट्र की जिम्मेदारी है कि वह बलूचिस्तान में हो रहे अत्याचारों को रोके और बलूचों की धरती को पाकिस्तान के कब्जे से मुक्त कराए।

10 वर्षों में सैन्य सहायता के रूप में इजरायल को 38 मिलियन डॉलर देगा US

ट्रंप फाउंडेशन के खिलाफ अमेरिकी प्रशासन ने दिए जांच के आदेेश


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.