गांधीजी के सहयोगी के वंशज द. अफ्रीका में रजिस्ट्रार ऑफ बैंक्स नियुक्त
कुबेन के परदादा थंबी नायडू दक्षिण अफ्रीका में सत्याग्रह आंदोलन के दौरान महात्मा गांधी के सहयोगी रहे थे।
जोहानिसबर्ग, प्रेट्र। महात्मा गांधी के विश्वस्त सहयोगी रहे थंबी नायडू की चौथी पीढ़ी के वंशज कुबेन नायडू को दक्षिण अफ्रीकी रिजर्व बैंक ने रजिस्ट्रार ऑफ बैंक्स नियुक्त किया है।
अगले साल दक्षिण अफ्रीका में बैंकों और बीमा कंपनियों के नियमन के लिए नए वैधानिक निकाय की स्थापना की जानी है। इसके लिए नए कानून की घोषणा की जाएगी। यह नियुक्ति नए निकाय की स्थापना तक के लिए की गई है। 2013 में दक्षिण अफ्रीकी रिजर्व बैंक के तत्कालीन गवर्नर गिल मारकस का सलाहकार बनने के बाद से कुबेन नायडू बैंक के तीन डिप्टी गवर्नरों में से एक के रूप में सेवाएं दे रहे हैं। वह बैंक की मुद्रा नीति समिति के सदस्य भी हैं जो देश में नियमित रूप से ब्याज दरों का निर्धारण करती है। ब्रिटिश कोषागार में दो साल तक सेवाएं देने के अतिरिक्त कुबेन दक्षिण अफ्रीका विकास बैंक में भी काम कर चुके हैं।
कुबेन के परदादा थंबी नायडू दक्षिण अफ्रीका में सत्याग्रह आंदोलन के दौरान महात्मा गांधी के सहयोगी रहे थे। 1914 में गांधी जी जब भारत लौटे तो ट्रांसवाल इंडियन कांग्रेस के संस्थापक सदस्य थंबी नायडू ने अपने चारों बेटों को उनके साथ भेज दिया था। उनमें से एक की भारत में मृत्यु हो गई जबकि बाकी तीन स्वतंत्रता संघर्ष में हिस्सा लेने दक्षिण अफ्रीका लौट आए। इनमें से एक नारनसामी 'रॉय' नायडू कम्यूनिस्ट पार्टी ऑफ साउथ अफ्रीका के प्रतिष्ठित सदस्य बने। नेल्सन मंडेला अक्सर इनके घर जाते रहते थे।
नारनसामी 'रॉय' नायडू के पुत्र प्रेमा जोहानिसबर्ग शहर के काउंसलर हैं और कुबेन के पिता हैं। दमनकारी रंगभेद कानून के तहत जब 1991 में प्रेमा को हिरासत में लिया गया था तब दस वर्षीय कुबेन विरोध करने वालों में सबसे आगे थे। उनके लगातार विरोध की वजह से उन्हें भी हिरासत में ले लिया गया और मैट्रिक अंतिम वर्ष की परीक्षाएं उन्हें जेल में रहकर देनी पड़ीं। विज्ञान से स्नातक होने के साथ-साथ कुबेन नायडू के पास विट्स यूनीवर्सिटी से लोक प्रबंधन में स्नातकोत्तर डिप्लोमा भी है। इसके अलावा उन्होंने बिर्मिघम यूनीवर्सिटी से एमबीए भी किया है।
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