बारिश ने इराकी सेना को मोसुल में आगे बढ़ने से रोका
मोसुल पुराने शहर के चारों ओर से इराकी सेना इस्लामिक स्टेट (आइएस) आतंकियों से लोहा ले रही है।
मोसुल, रायटर। भारी बारिश के कारण इराकी सेना को अपना अभियान रोकना पड़ा है। मोसुल पुराने शहर के चारों ओर से इराकी सेना इस्लामिक स्टेट (आइएस) आतंकियों से लोहा ले रही है। तंग गलियों और घरों में छिपे आतंकी मुकाबला कर रहे हैं। वे आत्मघाती हमले और कार बम का सहारा ले रहे हैं।
इराक की संघीय पुलिस और कुशल त्वरित कार्रवाई इकाई के जवान अल-नूरी मस्जिद से करीब 500 मीटर दूर हैं। इसी मस्जिद से आइएस के नेता अबू बकर अल-बगदादी ने 2014 में खुद को खलीफा घोषित किया था। अल-नूरी मस्जिद पर कब्जा प्रतीकात्मक जीत साबित होगी।
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संघीय पुलिस के मेजर जनरल हैदर घिरघाम ने गुरुवार को बताया, 'इस इलाके में कड़े प्रतिरोध का सामना करना पड़ रहा है। आतंकी निशानेबाजों और कार बम का सहारा ले रहे हैं। अल-नूरी मस्जिद आतंकियों के लिए महत्वपूर्ण है।' इराक में मोसुल आइएस आतंकियों का मुख्य शहरी गढ़ है। आक्रमण शुरू होने के बाद आतंकी बुरी तरह पराजित होते चले गए। इराक के नेताओं ने कहा है कि अब लड़ाई अंतिम चरण में पहुंच चुकी है।
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गुरुवार को सरकारी सेना ने पुराने शहर को घेरने का प्रयास शुरू किया। बुधवार और गुरुवार को अस्पताल सहित पश्चिमी मोसुल के कई इलाकों पर कब्जा करने में सेना कामयाब रही। खराब मौसम के कारण गुरुवार को आगे बढ़ना रोक दिया गया।
इराक पर ब्लेयर के खिलाफ जांच के लिए पर्याप्त सुबूत नहीं
ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री टोनी ब्लेयर को इराक मामले में जांच का सामना नहीं करना पड़ेगा। सांसदों की एक समिति ने कहा है कि उन्होंने 2003 के इराक पर आक्रमण से पहले संसद को गुमराह किया था इस बात के सुबूत नहीं हैं। सात वर्ष तक चली जांच ने पूर्व प्रधामंत्री को संसद या जनता को धोखा देने के आरोप से बरी कर दिया है।