आइएस के खिलाफ आगे बढ़ी इराकी सेना, मार गिराए 180 आतंकी
अमेरिका की अगुआई में गठबंधन बलों के ताबड़तोड़ हवाई हमलों के बाद अब इराक में इस्लामिक स्टेट (आइएस) के खिलाफ सेना को कामयाबी मिलने लगी है। इराक के केंद्रीय प्रांत सलाहुद्दीन में एक अभियान के दौरान सेना ने 180 से अधिक आइएस लड़ाकों को मारा गिराया है। वहीं, उत्तरी बगदाद
बगदाद। अमेरिका की अगुआई में गठबंधन बलों के ताबड़तोड़ हवाई हमलों के बाद अब इराक में इस्लामिक स्टेट (आइएस) के खिलाफ सेना को कामयाबी मिलने लगी है। इराक के केंद्रीय प्रांत सलाहुद्दीन में एक अभियान के दौरान सेना ने 180 से अधिक आइएस लड़ाकों को मारा गिराया है। वहीं, उत्तरी बगदाद के धुलुइया शहर में भी इराकी सैनिक आगे बढ़ रहे हैं।
यातरिब से भागे आतंकी
इराकी रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा है कि आइएस को रविवार को उस वक्त झटका लगा, जब सेना ने स्थानीय लड़ाकों के साथ मिलकर दक्षिण तिरकित के यातरिब में सफलतापूर्वक अभियान चलाया। इस दौरान आतंकियों के हथियारों और वाहनों को भी नष्ट किया गया। सेना का सामना न कर पाने पर यातरिब से आइएस लड़ाके भाग गए।
नवंबर से अभियान
इराकी सेना ने पिछले कुछ दिनों में सलाहुद्दीन प्रांत के बड़े हिस्से पर फिर से कब्जा जमा लिया है। सेना ने नवंबर में बैजी शहर और इसकी रिफायनरी पर नियंत्रण के बाद मुख्य अभियान की शुरुआत की थी। दिसंबर की शुरुआत में समारा के भी मुख्य जिलों को आतंकियों के कब्जे से छुड़ाने में सेना कामयाब रही थी।
कई गांवों पर कब्जा
धुलुइया में नए सिरे से शुरू किए गए अभियान में सेना को उल्लेखनीय कामयाबी मिली है। सैन्य अधिकारियों ने बताया कि धुलुइया के दक्षिण में कई गांवों पर सेना ने नियंत्रण कर लिया है। शहर के ठीक बाहर स्थित हवाई अड्डे पर भी सेना का कब्जा है। उल्लेखनीय है कि अक्टूबर में इराकी बलों ने धुलुइया का अधिकतर हिस्सा आइएस से वापस ले लिया था, लेकिन जिहादियों ने बाद में जवाबी हमला कर अपनी खोई जमीन वापस हासिल कर ली थी।
समर्थन में एमकेओ
ईरान विरोधी आतंकी गुट मुजाहिदीन-ए-खलाक ऑर्गेनाइजेशन (एमकेओ) ने आइएस को समर्थन का एलान किया है। गुट ने आइएस के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान को तुरंत बंद करने अथवा परिणाम भुगतने की धमकी दी है। इस आतंकी गुट के लड़ाकों को इजरायल ने प्रशिक्षण दिया था। 1986 में ईरान से भागकर एमकेओ इराक आ गया था और ईरान की सीमा के पास अपने शिविर बना लिए थे।
फिदायीन हमले में 10 की मौत
बगदाद से 22 किमी उत्तर में स्थित ताजी शहर में सोमवार को फिदायीन हमले में 10 लोगों की मौत हो गई और 20 अन्य घायल हो गए। हमलावर ने अंतिम संस्कार में शामिल लोगों को निशाना बनाकर खुद को उड़ा लिया।
सीरिया जाने वाले जोड़े का पता नहीं
टोक्यो। आइएस के कब्जे वाले इलाकों में मानवीय सहायता के लिए सीरिया जाने वाले फ्रांसीसी-जापानी युगल का कोई सुराग नहीं मिल रहा है। जापानी मीडिया के अनुसार नवंबर की शुरुआत में यह युगल टोक्यो से तुर्की के लिए रवाना हुआ था। वहां से इन्हें सीरिया में प्रवेश करना था। लेकिन, तुर्की जाने के बाद ये कहां गायब हो गए इसका पता नहीं चल पा रहा। सूत्रों के अनुसार जापानी महिला और उसके फ्रेंच पति ने जापान के अधिकारियों को बताया था कि वे आइएस नियंत्रित इलाके में जाना चाहते हैं। हालांकि इस मुस्लिम युगल ने अधिकारियों के सामने इस बात से इंकार किया था कि वे आइएस की ओर से लडऩा चाहते हैं।
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