जॉब के लिए उतारना होगा हिजाब, युवती ने ठुकराया ऑफर
न्यूजीलैंड में जॉब के लिए मोना अल्फादी को जब बोला गया कि नौकरी के लिए हिजाब उतारना होगा तब उन्होंने ऑफर ठुकरा दिया और कहा कि वे अपनी संस्कृति का सम्मान करती हैं।
न्यूजीलैंड। कुवैत से शरणार्थी के तौर पर 2008 में न्यूजीलैंड आयी 25 वर्षीय मोना का सपना है कि वे न्यूजीलैंड में महफूज तरीके से अपने परिवार के साथ रह सकें। इसके लिए उन्होंने जॉब के लिए आवेदन किया, पर वहां उन्हें कहा गया कि नौकरी करने के लिए उन्हें अपना हिजाब हटाना होगा।
स्टुअर्ड दव्सोंस नामक एक कंपनी ने एक 25 साल की मुस्लिम लड़की को केवल उनके हिजाब की वजह से नौकरी देने से इन्कार कर दिया गया जिसे वे उतारने को राजी नहीं थीं। ऑकलैंड के स्टीवार्ड डॉसंस में सेल्स असिस्टेंट की जॉब के लिए मोना अल्फादी ने अप्लाई किया था, उसे वहां के मैनेजर ने हिजाब को कारण बताते हुए उसके एप्लीकेशन को व्यर्थ बताया।
अल्फादी ने कहा,’मुझे लज्जित होना पड़ा क्योंकि पहले ही मुझे इस बात का डर था कि मेरा सेलेक्शन होगा या नहीं फिर भी बहुत हिम्मत कर मैं वहां गयी और मैनेजर से जॉब के लिए बोला।‘
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एवोंडेल में रहने वाली अल्फादी जॉब की तलाश में थी। उन्होंने बताया कि वो और उनका परिवार 2008 में कुवैत से शरणार्थी के तौर पर यहां आने के बाद न्यूजीलैंड में बसने की उम्मीद कर रहे हैं। अल्फादी ने कहा, ‘मैं किसी भी तरह की नौकरी कर सकती हूं, लेकिन हिजाब को साथ रख कर ही। मैं अपनी पहचान कायम रखूंगी और अपनी संस्कृति व धर्म का सम्मान करूंगी।‘
उन्होंने बताया कि उन्हें यह बोला गया था कि यदि वे अपना हिजाब नहीं हटाती हैं तो यह समय की बर्बादी है। गहनों की दुकान में इस तरह का यह दूसरी घटना है। इसके पहले केल्सटन गर्ल्स कॉलेज की डिप्टी हेड फातिमा मोहम्मदी को हिजाब की वजह से गहनों के हेंडरसन ब्रांच में इंटरव्यू से हटा दिया गया था।
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कंपनी ने अल्फादी से माफी मांगने की बात कही और बताया,’यह मैनेजर कंपनी में नया आया है। हम इस मामले को गंभीरता से ले रहे हैं यह सही नहीं हुआ और हम इसे उचित तरीके से हल करेंगे।‘