ऑक्सफोर्ड के पाठ्यक्रम में महात्मा गांधी व भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन
ऑक्सफोर्ड के फैकल्टी प्रमुख मार्टिन कोनवे ने कहा कि छात्रों से विचार-विमर्श के बाद इतिहास की पढ़ाई के संदर्भ में विविधता लाने के लिए बदलाव किए जा रहे हैं।
लंदन, प्रेट्र। ब्रिटेन के प्रतिष्ठित ऑक्सफोर्ड विश्र्वविद्यालय में इतिहास की पढ़ाई करने वाले छात्रों को अब एक नई अनिवार्य परीक्षा देनी होगी। इसके लिए उन्हें भारतीय, एशियाई और मध्य पूर्व के इतिहास को पढ़ना होगा। विवि ने अपने पाठ्यक्रम को और समावेशी बनाने के लिए यह बड़ा कदम उठाया है।
इस पाठ्यक्रम में भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन और 1960 के दशक के मानवाधिकार आंदोलन समेत महात्मा गांधी और मार्टिन लूथर किंग जैसी हस्तियों को शामिल किया जाएगा।
'द संडे टाइम्स' अखबार के अनुसार, ब्रिटिश इतिहास पर दो अनिवार्य पेपर होंगे। हालांकि इस साल के ऑटमन सेमेस्टर से यूनिवर्सिटी के इतिहास के स्नातक छात्रों को एक ऐसे पेपर की परीक्षा देनी होगी जिसमें ब्रिटिश और यूरोपीय इतिहास के बाहर के विषय शामिल होंगे।
ऑक्सफोर्ड ने यह कदम ऐसे समय में उठाया है जब देशभर की यूनिवर्सिटी में 'मेरा पाठ्यक्रम श्वेत क्यों है' नाम से विरोध प्रदर्शन चल रहा है और ऐसे पाठ्यक्रमों को बाहर निकाले जाने की मांग की जा रही है। ऑक्सफोर्ड के फैकल्टी प्रमुख मार्टिन कोनवे ने कहा कि छात्रों से विचार-विमर्श के बाद इतिहास की पढ़ाई के संदर्भ में विविधता लाने के लिए बदलाव किए जा रहे हैं।
ब्रिटेन के दूसरे विश्वविद्यालय भी छात्रों की मांग को देखते हुए अपने पाठ्यक्रमों में बदलाव कर रहे हैं। लीड्स यूनिवर्सिटी के प्रवक्ता ने कहा, 'हम अपने पाठ्यक्रम को समृद्ध करने के लिए हमेशा सुझावों का स्वागत करते हैं।'
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