भारतीय मूल के डॉक्टर ने जीती कानूनी लड़ाई
सिडनी। ऑस्ट्रेलिया में कार्यरत भारतीय मूल के डॉक्टर ने कानूनी लड़ाई जीत ली है। डॉक्टर सुहैल दुरानी को एक मरीज के यौन शोषण के आरोप में सजा भुगतने के बाद इमीग्रेशन मंत्री ने देश निकाला का फैसला सुनाया था। फरवरी, 2010 में रॉयल पर्थ हॉस्पिटल के इमर्जेसी वार्ड में परीक्षण के दौरान एक 19 वर्षीय महिला के यौन श्
सिडनी। ऑस्ट्रेलिया में कार्यरत भारतीय मूल के डॉक्टर ने कानूनी लड़ाई जीत ली है। डॉक्टर सुहैल दुरानी को एक मरीज के यौन शोषण के आरोप में सजा भुगतने के बाद इमीग्रेशन मंत्री ने देश निकाला का फैसला सुनाया था।
फरवरी, 2010 में रॉयल पर्थ हॉस्पिटल के इमर्जेसी वार्ड में परीक्षण के दौरान एक 19 वर्षीय महिला के यौन शोषण के आरोप में दुरानी 18 महीने से अधिक की जेल काट चुका है। जेल से निकलने के बाद से दुरानी पर्थ में रहने के लिए संघर्ष कर रहा है। दुरानी को जुलाई, 2011 में जेल हुई थी और वह 6 फरवरी, 2013 को रिहा हुआ।
इसके बाद इमीग्रेशन अधिकारियों ने दुरानी को अपनी हिरासत में ले लिया था। पिछले साल मई में प्रशासनिक अपील ट्रिब्यूनल ने दुरानी को अपना ऑस्ट्रेलियाई वीजा बनाए रखने की अनुमति दी थी। ट्रिब्यूनल के इस फैसले को पूर्व इमीग्रेशन मंत्री टोनी बर्क ने पलटते हुए दुरानी को देश निकाला का फैसला सुना दिया था। मंत्री के फैसले के खिलाफ दुरानी ने ऑस्ट्रेलिया की संघीय अदालत में याचिका दायर की थी, जहां दुरानी के पक्ष में फैसला आया है।
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