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अकेलेपन के लिए जीन जिम्मेदार

नए शोध से पता चला है कि अकेलापन आनुवांशिक हो सकता है। इसका खराब सेहत और असमय मृत्यु से भी गहरा ताल्लुक है।

By Gunateet OjhaEdited By: Published: Wed, 21 Sep 2016 04:56 PM (IST)Updated: Wed, 21 Sep 2016 07:48 PM (IST)

लॉस एंजिलिस, प्रेट्र। क्या आप अकेलापन महसूस कर रहे हैं? अगर ऐसा है तो आप इसके लिए अपने जीन को जिम्मेदार ठहरा सकते हैं। नए शोध से पता चला है कि अकेलापन आनुवांशिक हो सकता है। इसका खराब सेहत और असमय मृत्यु से भी गहरा ताल्लुक है।

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कैलिफोर्निया सैन डिएगो यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने अकेलेपन को बेहतर तरीके से समझने के लिए पहली बार जिनोम आधारित अध्ययन किया। शोधकर्ताओं ने पाया कि आजीवन अकेलेपन को महसूस करने का खतरा आंशिक तौर पर आनुवांशिक हो सकता है।

मगर इसमें आसपास का माहौल भी बड़ी भूमिका निभाता है। दस हजार से अधिक लोगों पर किए गए इस अध्ययन से यह भी पता चला कि अकेलापन अवसाद लक्षणों से भी जुड़ा हुआ है। प्रमुख शोधकर्ता प्रोफेसर अब्राहम पाल्मेर के अनुसार, अकेलेपन के 37 से 55 फीसद मामलों का आनुवांशिक जुड़ाव पाया गया।

पहले के भी अध्ययनों में यह सामने आया था कि अकेलेपन में जीन का योगदान हो सकता है। नए अध्ययन में 50 साल से अधिक उम्र वालों के आनुवंशिक और स्वास्थ सूचनाओं के परीक्षण के आधार पर यह निष्कर्ष निकाला गया है।

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