सिंगापुर में वुमन आइकन बनीं 11 भारतीय महिलाएं
सिंगापुर की नानयांग टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी के सहयोग से बिजनेस एक्सीलेंस एंड रिसर्च ग्रुप ने इन महिलाओं को सम्मानित किया।
सिंगापुर, प्रेट्र। भारतीय महिलाएं देश ही नहीं, विदेश में भी अपनी उपलब्धियों का परचम लहरा रही हैं। सामाजिक कार्यो में अपने उल्लेखनीय योगदान के लिए सिंगापुर में 25 एशियाई महिलाओं को वुमन आइकन चुना गया है, जिनमें 11 भारतीय हैं।
सिंगापुर की नानयांग टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी के सहयोग से बिजनेस एक्सीलेंस एंड रिसर्च ग्रुप ने इन महिलाओं को सम्मानित किया। पुरस्कार प्राप्त करने वाली महिलाओं में भारतीय सशस्त्र सेना में काम कर चुकीं वंदना शर्मा का नाम अहम है। एक दशक तक सेना में काम करने के बाद उन्होंने कॉरपोरेट जगत में कदम रखा था।
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रेवंती सिद्धार्थ रॉय का जीवन भी किसी प्रेरणा से कम नहीं। अर्थशास्त्र में एमए करने वाली रेवंती ने 2007 में पति की मृत्यु के बाद मुंबई में 10 महीने ऑटो चलाकर परिवार का पालन किया था। आज की तारीख में रेवंती महिलाओं को दोपहिया वाहन सिखाने का प्रशिक्षण केंद्र चलाती हैं। मुंबई और नासिक में पिछले छह महीने में उन्होंने 120 महिलाओं को दोपहिया चलाना सिखाकर विभिन्न ई-कॉमर्स कंपनियों के लिए डिलीवरी का काम दिलाया है। रेवंती को नीति आयोग की तरफ से 2016 में पुरस्कृत भी किया गया था।
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सिंगापुर में सम्मान पाने वाली अन्य भारतीय महिलाओं में डॉ. श्रीमती केसन, डॉ. अपर्णा हेगड़े, दीपशिखा कुमार, कनिका गुप्ता शोरी, मीनल डी रोजेरियो, मिनी द्विवेदी, सलोनी मारडिया कोठारी, सोनिया कुलकर्णी और स्वाति नाथानी शामिल रहीं।