नजीबाबाद से मुंबई के लिए ट्रेन नहीं मिलने से निराशा
जेएनएन बिजनौर। देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ कहे जाने वाले रेलवे के संबंध बजट में कुछ विशे
जेएनएन, बिजनौर। देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ कहे जाने वाले रेलवे के संबंध बजट में कुछ विशेष नहीं मिलने से जनपदवासियों को इस बार भी निराशा ही हाथ ली। क्षेत्रीय विधायक ने इसे उत्तराखंड सीमा से सटे पश्चिमी उत्तर प्रदेश के महत्वपूर्ण जनपद बिजनौर की अनदेखी करार दिया। वहीं, यात्री किराए और माल भाड़े के संबंध में भी कोई रियायत नजर नहीं आने पर क्षेत्रवासी और कारोबारी मायूस दिखे।
कारोबारी शिवकुमार माहेश्वरी, शाहिद सिद्दीकी का कहना है कि वे मुंबई के लिए ट्रेन चलाने की दो दशक से मांग कर रहे हैं। इसे इस बार भी अनदेखा किया गया है। नागरिकों जोगिदर सिंह, अचल शर्मा, ओमप्रकाश राजपूत, मनोज शर्मा आदि ने यात्री किराए और मालभाड़े के संबंध में भी कोई रियायत मिलने संबंधी घोषणा नहीं होने से निराशा जताई।
-उत्तराखंड सीमा से सटा जनपद बिजनौर रेलवे के मुरादाबाद मंडल का महत्वपूर्ण रेलवे जंक्शन है। यहां से राजधानी दिल्ली के लिए चलने वाली दो ट्रेनें दशकों बाद भी पुराने ढर्रे पर ही चल रही हैं। ट्रेन संचालन में आधुनिकता का लाभ मिलता नजर आ रहा है। इसके अलावा मुंबई के लिए नजीबाबाद से ट्रेन चलाने की दो दशक पुरानी मांग को इस बार भी बजट में तरजीह नहीं दी गई। इसके अलावा युवाओं और बेरोजगारों के लिए आम बजट निराशाजनक रहा।
-हाजी तसलीम अहमद, विधायक नजीबाबाद
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सभी रेल कर्मचारियों को इस बजट से उम्मीद थी कि जिस प्रकार रेल कर्मचारियों ने कोरोना काल में अपने प्राण जोखिम में डालकर रेल संचालन में काम किया, उसके पुरस्कार के रूप में रेलकर्मियों को विशेष सुविधाएं एवं लाभ मिलना चाहिए था लेकिन आज बजट में कोई भी घोषणा नहीं की गई। इसके विपरीत तमाम कर्मचारियों के महंगाई भत्ता, नाइट ड्यूटी भत्ता जनवरी 2020 से बंद किया गया है, उनका कोई भी एरियर देने की घोषणा नहीं की गई है।
-विक्रांत, सचिव नार्दर्न रेलवे मेंस यूनियन नजीबाबाद।