डोपिंग में पकड़ी गई वूशू गोल्ड मेडलिस्ट, छीना गया मेडल
एशियाई ओलंपिक परिषद (ओसीए) ने कहा कि मलेशिया की एक वुशू स्वर्ण पदकधारी खिलाड़ी को डोपिंग के कारण एशियन गेम्स से बाहर कर दिया गया।
इंचियोन। एशियाई ओलंपिक परिषद (ओसीए) ने कहा कि मलेशिया की एक वुशू स्वर्ण पदकधारी खिलाड़ी को डोपिंग के कारण एशियन गेम्स से बाहर कर दिया गया। उससे पदक भी छीन लिए गए।
ओसीए के महानिदेशक हुसैन अल मुसल्लम ने एक बयान में कहा कि 20 सितंबर को स्पर्धा के बाद ताई चियू जुएन से लिए गए मूत्र के नमूने में प्रतिबंधित पदार्थ 'सिबुट्रामाइन' पाया गया। उन्होंने कहा कि ताई को डिस्क्वालीफाई करते हुए नैनकुआन मार्शल आट्र्स स्टाइल वर्ग से उसका स्वर्ण और नानदाओ वर्ग से कांस्य पदक छीन लिया गया। यह भी स्पष्ट नहीं है कि ताई अब भी इंचियोन में हैं या नहीं? टेस्ट की रिपोर्ट को एशियाई और अंतरराष्ट्रीय वुशू महासंघ के साथ विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी को भेज दिया गया है ताकि वे आगे कार्रवाई कर सकें जिसमें प्रतियोगिताओं में भाग लेने पर प्रतिबंध लगाना भी शामिल है।
एक अन्य मामले में इराकी भारोत्तोलक को छह साल में दूसरी बार डोप टेस्ट में असफल पाया गया और उसे एशियन गेम्स से बाहर कर दिया गया। मुहम्मद अल आइफुरी पुरुषों की सुपर हैवीवेट (+105 किलो वर्ग) में सातवें स्थान पर रहे थे। यह मंगलवार को डोप का दूसरा और इन खेलों का कुल चौथा मामला था।