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रियो ओलंपिक से बहुत कुछ सीखा: अभिनव बिंद्रा

अभिनव बिंद्रा रियो ओलंपिक में अपनी स्पर्धा में चौथे स्थान पर रहे थे लेकिन इसके बावजूद उन्होंने रियो को प्रदर्शन के लिहाज से सबसे अच्छा करार दिया।

By Pradeep SehgalEdited By: Published: Sat, 15 Oct 2016 06:19 PM (IST)Updated: Sat, 15 Oct 2016 06:38 PM (IST)
रियो ओलंपिक से बहुत कुछ सीखा: अभिनव बिंद्रा

नई दिल्ली। भारत को निशानेबाजी में स्वर्ण पदक दिलाने वाले अभिनव बिंद्रा रियो में अगस्त में आयोजित ओलंपिक खेलों में अपनी स्पर्धा में चौथे स्थान पर रहे थे लेकिन इसके बावजूद उन्होंने रियो को प्रदर्शन के लिहाज से सबसे अच्छा करार दिया। बिंद्रा ने 2008 के बीजिंग ओलंपिक में पुरुषों की 10 मीटर एअर राइफल स्पर्धा में स्वर्ण हासिल किया था। यह किसी भारतीय खिलाड़ी द्वारा जीता गया पहला व्यक्तिगत स्वर्ण पदक था।

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रियो में हालांकि बिंद्रा अपेक्षाओं पर खरे नहीं उतरे और अपनी स्पर्धा में चौथे स्थान पर रहे। बिंद्रा ने फ्रेंचाइजी इंडिया 2016 के उद्घाटन के मौके पर शनिवार को कहा, ‘मैंने पांच ओलंपिक में हिस्सा लिया है। बीजिंग में मैंने सोना जीता था लेकिन रियो प्रदर्शन के लिहाज से मेरे लिए सबसे अच्छा रहा है। बेशक मैं पदक जीतने में नाकाम रहे लेकिन यह ओलंपिक मेरे लिए सीखने के लिहाज से काफी उपयोगी रहा। मैंने कठिनाइयों से गुजरकर फाइनल में जगह बनाई।’

भारत को रियो ओलंपिक में एक रजत और एक कांस्य मिला लेकिन इसके बावजूद बिंद्रा ने रियो में हिस्सा लेने वाले खिलाड़ियों की तारीफ की। भारतीय दल में 119 खिलाड़ी शामिल थे। बिंद्रा ने कहा, ‘ओलंपिक में हिस्सा लेने के लिए उसके लिए क्वालीफाई करना होता है। यह अपने आप में एक उपलब्धि है। अगर कोई एथलीट ओलंपिक जैसे आयोजन में अपना व्यक्तिगत श्रेष्ठ प्रदर्शन करता तो यह भी एक उपलब्धि है। ऐसे में हमें अपने खिलाड़ियों पर गर्व करना चाहिए।’

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