Ward's voice : जनता की समस्याएं तो सुननी होंगी, जिम्मेदारी से नहीं बच सकते अलीगढ़ के पार्षद
Wards voice दैनिक जागरण अलीगढ़ की ओर से शुक्रवार को आवाज वार्ड की कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें क्षेत्रीय लोगों ने कहा कि वार्ड की जनता का प्रतिनिधित्व पार्षद करते हैं जिम्मेदारी उनकी अधिक है उन्हें जनता की आवाज सुननी पड़ेगी।
अलीगढ़, जागरण संवाददाता। Ward's voice : नगर निगम के जिस सदन में जनसमस्याएं उठाकर समाधान पर मंथन किया जाता है, वो सदन डेढ़ साल से बुलाया ही नहीं गया। बोर्ड बैठक में पारित किए बिना ही बजट खर्च किया जा रहा है। शुक्रवार को दैनिक जागरण के ‘आवाज वार्ड की’ कार्यक्रम में ये मुद्दा उठा। पार्षदों ने कहा कि नगर निगम अधिकारी सदन का सामना करने से बच रहे हैं, इसलिए सामान्य अधिवेशन आयोजित नहीं किया जा रहा है। जनता की समस्याओं को वे कहां रखे? क्षेत्रीय लोगों ने भी कह दिया, वार्ड की जनता का प्रतिनिधित्व पार्षद करते हैं, जिम्मेदारी उनकी अधिक है। सड़क, सफाई और स्मार्ट सिटी के अनियोजित विकास पर भी सीधे सवाल दागे। मेयर ने विवशता जता दी, पार्षद भी लोगों को संतुष्ट न कर सके।
सभी की जिम्मेदारी निर्धारित है
दैनिक जागरण की आगरा-अलीगढ़ यूनिट के संपादकीय प्रभारी अवधेश माहेश्वरी ने कहा कि दैनिक जागरण ऐसा मंच है, जिस पर जनता की आवाज उठाई जाती है। पिछले पांच साल में जनप्रतिनिधियों ने जनता को क्या दिया, इस पर चिंतन करना है। जो घोषणा पत्र वे लेकर आए थे, उसमें कितने वादे पूरे किए, कितने शेष हैं, ये भी सोचना होगा। स्मार्ट सिटी के जो प्रोजेक्ट शुरू हुए, वहां बोर्ड लगाकर ब्योरा अंकित किया जाए। जिससे जानकारी मिले कि प्रोजेक्ट कब शुरू हुआ, कब पूरा होगा, क्या-क्या सुविधाएं मिलेंगी। पार्षदों से कहा कि उन्हें सदन में आवाज उठानी चाहिए। ये कहकर जिम्मेदारियों से नहीं बचा जा सकता कि उनकी कोई सुनता नहीं है। सभी की जिम्मेदारी निर्धारित हैं। भाजपा नेता मानव महाजन ने कहा कि जनसमस्याओं को समाधान नहीं हो रहा। जिन्हें जिम्मेदारी मिली है, वे कुछ करते नहीं। इन परिस्थितियों ने शहर का विकास कैसे संभव है। कांग्रेस नेता सीपी गौतम ने कहा कि कोई विकास कार्य नहीं हो रहा। गली-मोहल्लों के हालात बदहाल हैं। अधिकारी सुनवाई नहीं करते।
इनका कहना है
स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत सेंटर प्वाइंट मार्केट में सड़क चौड़ीकरण के नाम पर दुकानें ढहा दीं, चौड़े फुटपाथ बना दिए पर, पार्किंग की व्यवस्था नहीं की। नाले कनेक्ट नहीं किए गए। स्ट्रीट लाइट बंद पड़ी हैं।
- दीपक गर्ग, अध्यक्ष, सेंटर प्वाइंट व्यापार मंडल
व्यापारियों से सलाह लिए बगैर सेंटर प्वाइंट पर विकास कार्य कराए गए। लेकिन, जलभराव की समस्या का कोई निदान नहीं हुआ। मैरिस रोड पर जगह-जगह गड्ढे हैं। मैनहोल क्षतिग्रस्त हैं।
- विवेक बगाई, व्यापारी नेता
सेंटर प्वाइंट पहले व्यवस्थित था, अब जाम और जलभराव की समस्या उत्पन्न हो गई है। गृहकर कई गुना बढ़ा दिया। कोरोना काल में आर्थिक मंदी छा गई थी, ऐसे में गृहकर बढ़ाने का निर्णय न्यायोचित नहीं था।
- विवेक बंसल, पूर्व एमएलसी
गृहकर पर आपत्तियों के निस्तारण की गति बेहद धीमी है। प्रोविजनल बिल जारी किए जा रहे हैं। खिरनीगेट पुलिस चौकी सड़क पर बनी हुई है। जाम की समस्या रहती है।
- सतीश माहेश्वरी, व्यापारी नेता
एसबीआइ तिराहे से पहले जैन मंदिर के सामने व बुडवाइन स्कूल के सामने गहरे गड्ढे हैं, इसे भरा नहीं गया। सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के दावा किया जा रहा है।
- दिनेश कुमार अग्रवाल, व्यापारी नेता
रावण टीला क्षेत्र में समस्याएं बरकरार हैं। बरसात के दिनों में जलभराव की विकराल समस्या उत्पन्न हो जाती है। इसका निदान नहीं किया जा सका।
- मुनेश पाल सिंह, रावणटीला
जनता की समस्याओं का निराकरण होना चाहिए। सड़क, सफाई, पेयजल जैसी मूलभूत सुविधाएं मिलें।
- रूही खान, सामाजिक कार्यकर्ता
विकास कार्यों पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा। वाटर, सीवर लाइन डालने के लिए सड़कें उखाड़ दीं, ठीक ढंग से मरम्मत नहीं कराई गई।
- शाहिद खान
रावल टीला में कोई विकास कार्य नहीं हुआ। सड़कें उखड़ी पड़ी हैं। हल्की बरसात में गली-मोहल्लों में पानी भर जाता है।
- नरेंद्र कुमार, रावणटीला
शिकायतों का निस्तारण नहीं हो रहा। नगर निगम अधिकारी सुनते नहीं। जनता की समस्याओं पर गंभीरता दिखानी चाहिए।
- शाहिद मलिक, पार्षद
कोरोना काल के बाद जो समय मिला, उसने काफी कार्य कराए गए। शिकायतों का निस्तारण कराया। कई कार्य होने बाकी हैं। इनके लिए प्रयास कर रहे हैं।
- डा. मुकेश शर्मा, उपसभापति
दो माह बाद सामान्य अधिवेशन होना चाहिए, ये नियम है। अधिवेशन में पार्षद जनसमस्याओं के मुद्दे उठाते हैं, मेयर और निगम अधिकारियों से जवाब मांगते हैं। ये अधिवेशन डेढ़ साल से बुलाया नहीं गया।
- अनिल सेंगर, पार्षद
ऐसा नहीं कि काम नहीं हुए। जनसमस्याओं के निराकरण के हर संभव प्रयास किए गए और कर रहे हैं। सेंटर प्वाइंट चौराहे पर 111 फीट ऊंचा राष्ट्रीय ध्वज इस मार्केट की पहचान बना हुआ है।
- पुष्पेंद्र सिंह जादौन, पार्षद
वार्ड : 52 जनकपुरी
पार्षद : पुष्पेंद्र सिंह जादौन
शामिल क्षेत्र: जनकपुरी, श्यामनगर, लेखराज नगर, महावीरपार्क, हरिओम नगर, रेलवे कालोनी, पान दरीबा, पराग मिल, सिटी इन्कलेव, श्याम नगर, मधुपुरा, चर्च कंपाउंड, रेलवे कालोनी, प्रेस कालोनी, झा कंपाउंड, फलक कंपाउंड, मेंडू कंपाउंड, लाखनऊ कंपाउंड, चंदनिया कंपाउंड, नव विहार कालाेनी, राम नगर, गुलजार नगर, नवादा, पंचवटी, बैंक कालोनी, सोंगरा हाउस, खेम चंद्र कंपाउंड।
जनसंख्या: 20 हजार
मतदाता : 14 हजार
प्रमुख समस्या: सीवर लाइन चोक, नालों का निर्माण न होना, पुरानी वाटर लाइन व नलकूप।
पार्षद द्वारा कराए गए कार्य : सेंटर प्वाइंट की सड़कों का चौड़ीकरण व सुंदरीकरण के कार्य, दो-दो पिंक टायलेट का निर्माण, अटल चौक, सेंटर प्वाइंट चौराहे पर 100-100 मीटर तक भूमिगत विद्युत लाइन, सीवर लाइन व वाटर लाइन, 27 सड़कों का निर्माण। 12 नालों का निर्माण।
वार्ड : 40 सुरेंद्र नगर विष्णुपुरी
पार्षद : अनिल सेंगर
शामिल क्षेत्र : घनश्यामपुरी, बैंकुठ नगर, नगला ताड़, ज्वालापुरी, संजय गांधी कालोनी, विष्णुपुरी, सुरेंद्र नगर।
जनसंख्या : 20 हजार
मतदाता : 12 हजार
प्रमुख समस्या : जलभराव, पंपिंग स्टेशन का जीर्णोद्धार न होना, हैंडपंप खराब।
पार्षद द्वारा कराए गए कार्य : डीएवी कालेज से एक किमी तक कवर्ड नाला, 12 सड़कों का निर्माण, स्ट्रीट लाइट, तीन पार्कों का सुंदरीकरण, दो नलकूप, सुदामापुरी नाला निर्माण।
स्मार्ट सिटी में हमें शामिल ही नहीं किया : मेयर
मेयर मोहम्मद फुरकान ने कहा कि स्मार्ट सिटी परियोजना में मेयर शामिल किए ही नहीं गए। शामिल होते तो हस्तक्षेप भी करते। कोरोना में दो साल निकल गए। इसके बाद भी जिस तेजी से कार्य होने चाहिए, नहीं हुए। पिछले नगर आयुक्त ने एक साल खराब कर दिया, कोई काम नहीं किया। 2700 फाइलें लंबित पड़ी हैं, उन्होंने हस्ताक्षर नहीं किए। पार्षदों के सहयोग से जितना हो सकता था, उतना कार्य कराया। वर्तमान नगर आयुक्त और कमिश्नर काम करा रहे हैं। मुख्यमंत्री के सामने समस्याएं रखीं। इन्हें गंभीरता से लिया गया।
गहरे गड्ढे दे रहे दर्द
व्यापारी नेता सुशील मित्तल ने कहा कि सड़कें पूरी तरह से गड्ढा मुक्त नहीं हो सकीं। मैरिस रोड पर जगह-जगह गड्ढे हैं। सड़कें चौड़ी करने के बाद भी पार्किंग की समुचित व्यवस्था नहीं की गई। न ही ठेल, ढकेल वालों को व्यवस्थित किया गया। इससे काफी परेशानी हो रही है। जैन मंदिर के बाहर गड्ढा नहीं भरा गया। व्यापारी पंकज धीरज ने कहा कि नगर निगम ज्यादा परिवर्तन नहीं ला सका। सड़क, सफाई, जलभराव की समस्याएं बनी हुई हैं।