Greater Noida: पाकिस्तान के नंबर से फोन कर कहा- तुम्हारा बेटा हमारे कब्जे में है, एक लाख भेजो; फिर...
ग्रेटर नोएडा में इन दिनों ऐसे मामले प्रकाश में आ रहे हैं जिनमें पाकिस्तान के नंबरों से फोन कर बच्चे को किडनैप करने की बात कहकर बच्चे के अभिभावक से ठगी करने की कोशिश की जा रही है। ऐसे दो मामले हाल ही में ऐसे प्रकाश में आए हैं जिनमें आरोपितों ने पाकिस्तान के नंबर से फोन कर ठगी करने की कोशिश तो की।
प्रवीण विक्रम सिंह, ग्रेटर नोएडा। ग्रेटर नोएडा में इन दिनों ऐसे मामले प्रकाश में आ रहे हैं जिनमें पाकिस्तान के नंबरों से फोन कर बच्चे को किडनैप करने की बात कहकर बच्चे के अभिभावक से ठगी करने की कोशिश की जा रही है।
ऐसे दो मामले हाल ही में ऐसे प्रकाश में आए हैं, जिनमें आरोपितों ने पाकिस्तान के नंबर से फोन कर ठगी करने की कोशिश तो की, लेकिन पीड़ित की जागरूकता के चलते ठगी नहीं हो सकी।
पहला मामला ग्रेटर नोएडा वेस्ट के तुस्याना गांव का है। यहां रहने वाले पीड़ित के पास पाकिस्तान के नंबर से फोन आया। फोन करने वाले आरोपित ने कहा कि उनका बेटा उसके कब्जे में है। आरोपित ने बच्चे के रोने की आवाज भी सुनाई। जिस नंबर से फोन आया उसके वॉट्सऐप पर पुलिस अधिकारी की फोटो डीपी पर लगी है।
आरोपित ने बच्चे के रोने की आवाज सुनाई
आरोपित ने कहा कि वह पुलिस में है और उनके बच्चे को गलत हरकत करते हुए पकड़ा गया है। बच्चे को थाने से अलग किडनैप करके रखा है और यदि थाने ले गए तो जेल भेजना पड़ेगा। यह कहकर आरोपित ने बच्चे के अभिभावक से एक लाख रुपये की मांग की।
मामले की पुष्टि करवाने के लिए आरोपित ने दूसरे मोबाइल का इस्तेमाल कर रिकार्डिंग के जरिये बच्चे के रोने की आवाज भी अभिभावक को सुनाई। हालांकि, गनीमत रही कि पीड़ित आरोपित के झांसे में नहीं आया और उसके साथ ठगी होने से बच गई।
वहीं, दूसरा मामला ग्रेटर नोएडा की सीनियर सिटीजन सोसायटी का है। यहां रहने वाले स्वास्थ्य विभाग से सेवानिवृत्त अधिकारी के पास फोन आया। फोन करने वाले ने कहा कि उनका बेटा उसके कब्जे में है। यह कहने के बाद आरोपित ने बच्चे के रोने की आवाज सुनाई और रुपये की मांग की। इस मामले में भी जागरूकता के चलते पीड़ित ठगी का शिकार होने से बच गए।
तुरंत बात होने से खाता खाली होने से बचा
गनीमत यह रही कि दूसरे मामले में पीड़ित को जब फोन आया तो उन्होंने तुरंत अपने बेटे को फोन कर लिया और उनकी बेटे से बात हो गई। वह ठगी का शिकार होते-होते बच गए। यदि पीड़ित ने होशियारी नहीं दिखाई होती तो वह ठगी का शिकार हो जाते। यदि ठगी हो जाती तो पीड़ित का खाता भी खाली हो सकता था।
क्यूआर कोड भेजकर करते हैं ठगी
पाकिस्तान के नंबर से फोन करने वाले आरोपित ठगी करने के लिए लोगों को क्यूआर कोड भेजते हैं। यह भी कहते हैं कि जैसे ही क्यूआर कोड में रकम आएगी वह तुरंत बेटे को छोड़ देंगे। यदि रकम नहीं भेजी तो बेटे को नुकसान पहुंचा देंगे।
ऐसे मामलों से बचने के लिए जागरूकता ही सबसे बेहतर विकल्प है। पुलिस साइबर अपराधियों के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही है। मेरी लोगों से अपील है कि साइबर ठग के झांसे में न आएं। हर छोटी से छोटी सूचना पुलिस को दें। - साद मियां खां, डीसीपी ग्रेटर नोएडा
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