चीन ने उड़ाया दुनिया का सबसे बड़ा एम्फिबियंस विमान
चीन ने दुनिया का सबसे बड़ा एम्फीबियस यानी जल और जमीन से उड़ान भरने-उतरने में सक्षम विमान बनाया है।
नई दिल्ली (जेएनएन)। चीन ने दुनिया का सबसे बड़ा एम्फीबियंस (उभयचर श्रेणी) यानी जल और जमीन से उड़ान भरने-उतरने में सक्षम विमान बनाया है। एजी-600 नामक इस विमान ने रविवार को पहली उड़ान भरी। इसे एविएशन इंडस्ट्री कॉरपोरेशन ऑफ चाइना (एवीआइसी) ने बनाया है। 40 मीटर लंबा यह विमान बोइंग 737 जितना बड़ा है। इसे दमकल और बचाव अभियानों में इस्तेमाल करने के हिसाब से बनाया गया है। साथ ही इसे चीनी सेना द्वारा विवादित दक्षिण चीन सागर में भी विभिन्न अभियानों में इस्तेमाल करने की योजना है।
निर्माण में लगे आठ साल
चीनी सरकार ने एजी-600 के निर्माण को 2009 में मंजूरी दी। इसे बनाने के लिए एवीआइसी समेत 150 संस्थानों के शोधकर्ताओं की टीम लगी। साथ ही इसके पुर्जे बनाने के लिए 70 कंपनियों का सहयोग लेना पड़ा। इसके निर्माण में आठ साल लगे। चीन ने पिछले साल जुलाई में विमान का प्रोटोटाइप प्रदर्शित किया था।
पहली उड़ान
एजी-600 ने रविवार को दक्षिण चीन सागर के तट से सटे गुआंगडोंग प्रांत के झुहाई एयरपोर्ट से पहली उड़ान भरी। यह एक घंटे की उड़ान के बाद वापस लौटा। पहले इस विमान को 2017 की शुरुआत में पहली उड़ान भरनी थी। लेकिन यह टल गई और अप्रैल में इसके जमीनी परीक्षण किए गए।
बड़े दमकल अभियान
एजी-600 को बड़े दमकल अभियानों में इस्तेमाल किया जा सकेगा। जंगलों में लगी आग जैसी बड़ी घटनाओं में दमकल अभियान के लिए महज 20 सेकंड में यह 12 मीट्रिक टन पानी किसी भी जल स्रोत से भर लेता है। इससे एक बार में इतने पानी का छिड़काव किया जा सकता है।
दक्षिण चीन सागर की रणनीति
विशेषज्ञों के मुताबिक पिछले काफी समय से चीन अपनी पनडुब्बियों और विमानों को बेहतर बनाने का प्रयास कर रहा है। दक्षिण चीन सागर को लेकर यह उसकी रणनीति का हिस्सा है। चीन इसे दक्षिण चीन सागर पर दावा जताने वाले देशों के खिलाफ सैन्य अभियानों में भी इस्तेमाल कर सकता है। चीन को इस विमान के 17 आर्डर भी मिल चुके हैं।
बचाव अभियान
एम्फीबियस विमान होने के कारण इसे कठिन से कठिन बचाव अभियानों में इस्तेमाल किया जा सकेगा। इसमें कुल 50 लोगों के बैठने की क्षमता है। इसके जरिये एक बार में ही अधिक लोग बचाए जा सकते हैं।
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