गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट की SDRF जवान की तस्वीर, अमरनाथ यात्रा को सुगम और सुरक्षित बनाने के लिए की सराहना
गृह मंत्री अमित शाह ने अमरनाथ धाम की यात्रा को श्रद्धालुओं के लिए सुगम और सुरक्षित बनाने के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ टीम की सराहना की। उन्होंने एक ट्वीट शेयर करते हुए जवान की फोटो शेयर की है जिसमें वो कंधे पर एक बुजुर्ग श्रद्धालु को ले जाते हुए नजर आ रहा है। गौरतलब है कि श्री अमरनाथ यात्रा 31 अगस्त तक चालू रहेगी।
नई दिल्ली, एएनआई। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को प्रत्येक तीर्थयात्री को सुरक्षित अमरनाथ यात्रा प्रदान करने के लिए एनडीआरएफ टीम की सराहना की।
अमरनाथ यात्रा को श्रद्धालुओं के लिए सुरक्षित और सुगम बनाने के लिए गृह मंत्री अमित शाह ने एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की सराहना करते हुए ट्वीट किया, "एनडीआरएफ और एसडीआरएफ सभी बाधाओं के बावजूद राष्ट्र और मानवता की सेवा में हमेशा खड़े रहे हैं। प्रत्येक तीर्थयात्री को सुरक्षित अमरनाथ यात्रा प्रदान करने के हमारे लक्ष्य को पूरा करने में उनकी भूमिका महत्वपूर्ण रही है।"
The NDRF and the SDRF have always stood tall in service to the nation and humanity despite all odds. Their role has been crucial in fulfilling our goal of providing a safer Amarnath Yatra to every pilgrim. Sharing a photograph of an SDRF Jawan carrying a lady yatri on his back… pic.twitter.com/2TvjZLhnTu— Amit Shah (@AmitShah) July 9, 2023
गृह मंत्री शाह ने किया ट्वीट
शाह ने ट्वीट किया, "एक एसडीआरएफ जवान की तस्वीर साझा कर रहा हूं, जो एक महिला यात्री को अपनी पीठ पर बिठाकर पवित्र मंदिर से वापस लौटते समय हिमालय के दुर्गम इलाके से 3 किमी तक ले गया। मैं नागरिकों के लिए सुरक्षा का प्रतीक बनने के लिए उनकी सराहना करता हूं।"
मौसम सुधरने के बाद दोबारा शुरू हुई यात्रा
अधिकारियों ने बताया कि इससे पहले आज, मौसम की स्थिति में सुधार के बाद पहलगाम मार्ग पर वार्षिक अमरनाथ यात्रा फिर से शुरू हो गई। दूसरे मार्ग बालटाल पर यात्रा अभी शुरू नहीं हुई है। इससे पहले, जम्मू-कश्मीर में खराब मौसम के कारण शुक्रवार से यात्रा रोक दी गई थी। जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग बंद होने के कारण अधिकारियों ने रविवार को श्रद्धालुओं के एक जत्थे को जम्मू आधार शिविर में रोक दिया।
खराब मौसम के कारण हजारों यात्री फंसे
अधिकारियों ने बताया कि यात्रा स्थगित होने के बाद 6,000 अमरनाथ यात्रा तीर्थ यात्री रामबन में फंसे हुए थे। कर्नाटक सरकार ने शनिवार को कहा कि मौसम की स्थिति के कारण कर्नाटक के कम से कम 80 लोग अमरनाथ गुफा से छह किमी दूर पंचतरणी में फंस गए थे। रामबन के उपायुक्त मुसरत इस्लाम ने बताया कि प्रशासन यह सुनिश्चित करने के लिए सभी कदम उठा रहा है कि तीर्थयात्रियों को किसी भी समस्या का सामना न करना पड़े।
एक सप्ताह में 67 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने किए दर्शन
अधिकारी ने आगे बताया कि भूस्खलन के कारण जम्मू श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग (NH44) रामबन में वाहन यातायात के लिए बंद है। 1 जुलाई को यात्रा शुरू होने के बाद से कम से कम 67,566 तीर्थयात्रियों ने अमरनाथ गुफा मंदिर के दर्शन किए। 5 जुलाई को लगभग 18,354 तीर्थ यात्री बालटाल आधार शिविर और नुनवान आधार शिविर दोनों से अमरनाथ गुफा मंदिर के लिए रवाना हुए।
31 अगस्त तक चलेगी अमरनाथ यात्रा
इस सप्ताह की शुरुआत में एक आधिकारिक बयान में कहा गया, "इनमें 12,483 पुरुष, 5,146 महिलाएं, 457 बच्चे, 266 साधु और 2 साध्वियां शामिल हैं।" शुरुआत से अब तक दर्शन करने वाले यात्रियों की कुल संख्या 67,566 हो गई है। आने वाले दिनों में और अधिक यात्री मंदिर के दर्शन करेंगे।" गौरतलब है कि 62 दिनों तक चलने वाली श्री अमरनाथ यात्रा 31 अगस्त, 2023 को समाप्त होगी।