National Model Vedic School: केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने कहा- वैदिक मंत्रों में छिपी है जीवन की सच्चाई
राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) में भारतीय भाषाओं और संस्कृति को मजबूती देने की सिफारिश को आगे बढ़ाते हुए केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने ओडिशा के पुरी में राष्ट्रीय माडल वैदिक स्कूल का शुभारंभ किया है। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि वेद सिर्फ कुछ मंत्रों का संकलन नहीं है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) में भारतीय भाषाओं और संस्कृति को मजबूती देने की सिफारिश को आगे बढ़ाते हुए केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने ओडिशा के पुरी में राष्ट्रीय माडल वैदिक स्कूल का शुभारंभ किया है। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि वेद सिर्फ कुछ मंत्रों का संकलन नहीं है। इसमें जीवन की सच्चाई छिपी है, जिसका वैज्ञानिक आधार है।
शिक्षा मंत्री ने पहले भी किया था राष्ट्रीय आदर्श वेद विद्यालय का शुभारंभ
शिक्षा मंत्री ने इससे पहले मध्य प्रदेश के उज्जैन स्थित संदीपनी राष्ट्रीय वेद विद्या प्रतिष्ठान में देश के पहले राष्ट्रीय आदर्श वेद विद्यालय का शुभारंभ किया था। इसमें चारों वेदों (ऋग्वेद, सामवेद, यजुर्वेद और अथर्ववेद) के अलावा छात्रों को गणित, विज्ञान, वैदिक गणित, सामाजिक विज्ञान, कंप्यूटर विज्ञान और कृषि में पढ़ाई कराई जाएगी। यह स्कूल भी इसी तर्ज पर संचालित होगा। इसी सत्र से छात्रों को इसमें दाखिला दिया जाएगा। नामांकन मेरिट के आधार पर होगा।
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संस्कृत वेद विद्यालय और भी खोलने पर हो रहा है विचार
अधिकारियों के मुताबिक, देश में जल्द ही चार और संस्कृत वेद विद्यालय खोले जाएंगे। ये विद्यालय बद्रीनाथ, श्रृंगेरी, (कर्नाटक), द्वारका और गुवाहाटी में खोले जाएंगे। प्रधान ने नए आदर्श वेद विद्यालय का शुभारंभ करते हुए कहा कि इन स्कूलों के जरिये देश में वेद का संरक्षण होगा। संस्कृत के प्रति लोगों का जुड़ाव भी बढ़ेगा। ये आवासीय विद्यालय होंगे, जो पूरी तरह निशुल्क होंगे।
नए फैसने पर लोगों को कराया था अवगत
शिक्षा मंत्री ने मध्यप्रदेश में सरकार के फैसले पर अपने विचार को रखते हुए लोगों से इस नए फैसले और इसके उद्देश्य के बारे में बताया। उन्होंने इस दौरान कहा था कि राष्ट्रीय आदर्श वेद विद्यालय का उदेश्य भारत में वेदों के ज्ञान का संरक्षण करने के साथ-साथ लोगों के बीच इसका प्रचार-प्रसार करना है।
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