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JK में सीजफायर उल्‍लंघन मामलों की जांच करे रहे UNMOGIP पर नहीं भारत का दबाव

यून का मिलिट्री ऑब्‍जरवेशन ग्रुप जम्‍मू कश्‍मीर में एलओसी से सटे इलाकों में सीजफायर उल्‍लंघन के मामलों की जांच कर रहा है।

By Kamal VermaEdited By: Published: Tue, 04 Apr 2017 01:14 PM (IST)Updated: Tue, 04 Apr 2017 01:54 PM (IST)
JK में सीजफायर उल्‍लंघन मामलों की जांच करे रहे UNMOGIP पर नहीं भारत का दबाव

संयुक्‍त राष्‍ट्र (आईएएनएस)। संयुक्‍त राष्‍ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के प्रवक्‍ता स्‍टीफन डुजारेक ने उन दावों को सिरे से खारिज कर दिया है जिसमें कहा गया था कि भारत यूएन मिलिट्री ऑब्‍जरवेशन ग्रुप (Unmogip) पर सीजफायर उल्‍लंघ्‍ान के मामले में रिपोर्ट न बनाने का दबाव डाल रहा है। गौरतलब है कि यह ग्रुप भारत और पाक अधिकृत कश्‍मीर के इलाके में सीजफायर उल्‍लंघन के मामलों की जांच कर रहा है। प्रवक्‍ता ने इस तरह की खबरों को मनघंड़त करार दिया।

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उन्‍होंने कहा कि इस रिपोर्ट को संयुक्‍त राष्‍ट्र को सौंपे जाने के बाद दोनों देशों के बीच साझा किया जाएगा। इसके अलावा उन्‍होंने दोनों देशों को एक बार फिर से बातचीत शुरू करने और इसके जरिए विवादों को समाप्‍त करने की भी अपील की। प्रवक्‍ता का कहना था कि दोनों देशों को शांति की पहल करते हुए किसी शांतिपूर्ण निर्णय तक पहुंचना जरूरी है जिसके लिए वार्ता ही एक मात्र सही विकल्‍प है।

मीडिया से रूबरू होते हुए स्‍टीफन का कहना था कि यूएन मिलिट्री ऑब्‍जरवेशन ग्रुप पाकिस्‍तान की तरफ एलओसी से सटे डोमेल, कोटिल और भींबेर में इस तरह के मामलों की जांच कर रही है। प्रवक्‍ता के मुताबिक इन तमाम इलाकों में हालात हमेशा ही काफी तनावपूर्ण रहते हैं। प्रेसवार्ता के दौरान प्रवक्‍ता ने कहा कि भारत और पाकिस्‍तान दोनों की ही तरफ से लगातार सीजफायर उल्‍लंघन की बातें की जाती हैं। इनकी ही जांच यूएन का मिलिट्री ऑब्‍जरवेशन ग्रुप अब कर रहा है। हालांकि भारत इस ग्रुप को प्रमाणित नहीं करता है।

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