संसद में गूंजा शहीदों को श्रद्धांजलि देने का मुद्दा
23 जुलाई यानी बुधवार को हमारे देश के महान नेता शहीद चंद्रशेखर आजाद का जन्मदिन था। इस दिन उनके जन्मोत्स्व की अनदेखी करने का मुद्दा संसद में भी गूंजा। उत्तर प्रदेश के युवा सांसद शरद त्रिपाठी ने इस मामले को लोकसभा के पटल पर रखा। त्रिपाठी ने कहा कि आज जिन लोगों की बदौलत हम यहां बठकर एक-दूसरे से सवाल पूछ रहे हैं।
नई दिल्ली। 23 जुलाई यानी बुधवार को हमारे देश के महान नेता शहीद चंद्रशेखर आजाद का जन्मदिन था। इस दिन उनके जन्मोत्सव की अनदेखी करने का मुद्दा संसद में भी गूंजा। उत्तर प्रदेश के युवा सांसद शरद त्रिपाठी ने इस मामले को लोकसभा के पटल पर रखा। त्रिपाठी ने कहा कि आज जिन लोगों की बदौलत हम यहां बठकर एक-दूसरे से सवाल पूछ रहे हैं। असल जिंदगी में हम उन्हें हीं भूल गए हैं।
लोकसभा में शून्य काल के दौरान संत कबीर नगर के युवा सांसद शरद त्रिपाठी ने इस मुद्दे को उठाते हुए कहा कि आज (बुधवार) शहीद चंद्रशेखर आजाद का जन्मदिन है। लेकिन संसद भवन में उनकी कोई भी तस्वीर नहीं लगाई गई है, जिस पर मल्यार्पण कर उन्हें याद किया जा सके। सांसद के इस सवाल का बाकी सांसदो ने भी समर्थन किया। सांसदों ने भी माना कि संसद के अंदर ऐसी व्यवस्था होनी चाहिए कि शहीदों के सम्मान के लिए नियमित रूप से कार्यक्रम आयोजित किये जाएं ताकि विशेष मौकों पर उन लोगों को श्रद्धा सुमन अर्पित कर श्रद्धांजलि दी जा सके।