Tamil Nadu: NIA और ED की छापेमारी के विरोध में तोड़फोड़ करने पर 19 गिरफ्तार, पुलिस ने कहा- रासुका लगाया जाएगा
तमिलनाडु में NIA और ED की छापेमारी के विरोध में तोड़फोड़ करने पर पुलिस ने 19 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस का कहना है कि इन सभी के ऊपर रासुका लगाया जाएगा। वहीं भाजपा ने आरोप लगाया है कि पुलिस के हाथ बंधे हैं।
चेन्नई, एएनआइ। तमिलनाडु में पीएफआइ नेताओं के घरों पर एनआइए और ईडी की छापेमारी के विरोध में तोड़फोड़ करने वाले 19 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस महानिदेशक सी सिलेंद्रबाबू ने रविवार को कहा कि कुछ खास संगठनों से जुड़े कार्यकर्ताओं ने अन्य संगठनों के अधिकारियों के आवास और कारों पर पेट्रोल बम से हमला किया। सार्वजनिक शांति भंग करने वाले और आपराधिक गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत मामला चलेगा।
1410 लोग गिरफ्तार
गिरफ्तारियों की आलोचना करते हुए पीएफआइ ने विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान 1,410 लोगों को गिरफ्तार किया गया, जिन्हें बाद में रिहा कर दिया गया।
विशेष टीम का गठन
सिलेंद्रबाबू ने कहा, असामाजिक तत्वों की धड़-पकड़ के प्रयास किए जा रहे हैं। उन्हें गिरफ्तार करने के लिए विशेष टीमों का गठन किया गया है।
एसडीपीआइ के दो कार्यकर्ता गिरफ्तार
कोयंबटूर में भाजपा और हिंदू मुन्नानी के नेताओं के आवास पर पेट्रोल बम से हमला करने के मामले में पुलिस ने सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी आफ इंडिया (एसडीपीआइ) के दो कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया है। शहर में सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए गए हैं और राज्य कमांडो तथा विशेष बल को तैनात किया गया है।
कोयंबटूर के सहायक पुलिस आयुक्त का ट्रांसफर
कोयंबटूर के सहायक पुलिस आयुक्त एस मुरुगावेल का ट्रांसफर कर दिया गया है। उनके पास खुफिया विभाग की अतिरिक्त जिम्मेदारी भी थी।
पुलिस ने पांच मुस्लिम युवाओं को हिरासत में लिया
आइएएनएस के अनुसार, सलेम जिले में आरएसएस कार्यकर्ता राजन के आवास पर केरोसिन बम से हमले के बाद पुलिस ने पांच मुस्लिम युवाओं को हिरासत में ले लिया। इसके बाद से अम्मापेट इलाके में तनाव का माहौल है।
'स्वतंत्र होकर काम नहीं कर पा रही पुलिस'
तमिलनाडु भाजपा अध्यक्ष के अन्नामलाई ने कहा कि राज्य पुलिस के हाथ बंधे हुए हैं और वह स्वतंत्र होकर काम नहीं कर पा रही है। उपद्रवियों पर तत्काल कार्रवाई नहीं की गई, तो राज्य सरकार को पार्टी कार्यकर्ताओं के गुस्से का सामना करना पड़ेगा। उन्होंने जानना चाहा कि शिकायत पर कार्रवाई करने के बदले शिकायतकर्ताओं पर क्यों कार्रवाई की गई?
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