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India Taliban Relations: अब तालिबान में भी संपत्ति खरीद सकेंगे हिंदू व सिख, जल्द मिलेगा अधिकार; लेकिन भारत...

इसके पहले भारतीय विदेश मंत्रालय में पाकिस्तान-अफगानिस्तान- ईरान संभाग के प्रमुख जे पी सिंह ने अपनी टीम के साथ काबुल का दौरा भी किया था। भारत समय समय पर अफगानिस्तान की जनता को अनाज व दवाइयों की मदद भी भेजता रहा है। फरवरी 2023 में पेश आम बजट में 200 करोड़ रुपये का प्रावधान अफगानिस्तान के लिए किया गया था।

By Jagran News Edited By: Narender Sanwariya Published: Fri, 12 Apr 2024 11:45 PM (IST)Updated: Sat, 13 Apr 2024 12:30 AM (IST)
India Taliban Relations: अब तालिबान में भी संपत्ति खरीद सकेंगे हिंदू व सिख (File Photo)

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। 15 अगस्त 2021 को जब तालिबान ने काबुल पर कब्जा किया था तब यह बात किसी ने सोची नहीं होगी कि तकरीबन ढाई वर्षों में ही तालिबान के रिश्ते भारत और पाकिस्तान के साथ इस तरह से बदल जाएंगे। पाकिस्तान और तालिबान के बीच दूरियां बढ़ती जा रही हैं जबकि भारत व तालिबान की सरकार के बीच सामंजस्य बन रहा है।

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सकारात्मक कदम

एक तरफ भारत लगातार अफगानिस्तान को मानवीय आधार पर मदद दे रहा है तो दूसरी तरफ तालिबान की तरफ से यह संदेश दिया गया है कि वह अपने हिंदू और सिख नागरिकों को संपत्ति का अधिकार देने जा रहा है। भारत ने इसको सकारात्मक कदम करार दिया है। पिछले ढ़ाई वर्षों में अफगानिस्तान के तकरीबन 95 फीसद हिंदू और सिख नागरिक भारत लौट चुके हैं।

सकारात्मक प्रगति

तालिबान सरकार का उक्त कदम अफगानिस्तान वापसी का रास्ता खोल सकता है। हालांकि तालिबान सरकार को आधिकारिक तौर पर मान्यता देने को लेकर भारत की नीति में कोई बदलाव नहीं आया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जायसवाल से जब तालिबान की तरफ से अफगान के हिंदू व सिख नागरिकों को संपत्ति का अधिकार देने के बारे में पूछा गया तो उनका जवाब था कि इस सूचना की जानकारी है। अगर तालिबान ने इस तरह का कदम उठाने का फैसला किया है तो हम इसे एक सकारात्मक प्रगति के तौर पर देखते हैं।

अफगानी दूतावास का दौरा

सनद रहे कि कुछ दिन पहले ही भारतीय विदेश मंत्रालय में अफगान संबंधी मामलों को देखने वाले कुछ वरिष्ठ अधिकारियों ने पिछले दिनों नई दिल्ली स्थित अफगानी दूतावास का दौरा किया था। यह दूतावास कुछ महीने पहले बंद कर दिया गया था क्योंकि यहां पहले से कार्यरत राजदूत व दूसरे वरिष्ठ अधिकारियों ने दूसरे देशों में शरण ले ली थी। अब मुंबई में अफगानी वाणिज्य दूतावास की कंसुलर-जेनरल जाकिा वारदाक ही मुंबई व दिल्ली स्थित दूतावास का काम देख रही हैं।

अफगानिस्तान की जनता

इसके पहले भारतीय विदेश मंत्रालय में पाकिस्तान-अफगानिस्तान- ईरान संभाग के प्रमुख जे पी सिंह ने अपनी टीम के साथ काबुल का दौरा भी किया था। भारत समय समय पर अफगानिस्तान की जनता को अनाज व दवाइयों की मदद भी भेजता रहा है। फरवरी 2023 में पेश आम बजट में 200 करोड़ रुपये का प्रावधान अफगानिस्तान के लिए किया गया था।

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