15 रानियों, 30 बच्चों, 100 नौकरों के साथ दिल्ली में आकर ठहरे हैं ये जनाब
भारत-अफ्रीका शिखर सम्मेलन का आज आखिरी दिन है। सम्मेलन में अफ्रीका के तमाम देशों के प्रमुख हिस्सा ले रहे हैं। स्वाजीलैंड देश के राजा मस्वाती तृतीय भी इस सम्मेलन में हिस्से ले रहे हैं। मस्वाती का सम्मेलन में हिस्सा लेने से ज्यादा उनके साथ आया काफिला सुर्खियों बटोर रहा है।
नई दिल्ली। भारत-अफ्रीका शिखर सम्मेलन का आज आखिरी दिन है। सम्मेलन में अफ्रीका के तमाम देशों के प्रमुख हिस्सा ले रहे हैं। स्वाजीलैंड देश के राजा मस्वाती तृतीय भी इस सम्मेलन में हिस्से ले रहे हैं। मस्वाती का सम्मेलन में हिस्सा लेने से ज्यादा उनके साथ आया काफिला सुर्खियों बटोर रहा है। दरअसल मस्वाती तृतीय अपने साथ अपनी 15 रानियों, 30 बच्चों, 100 नौकरों को भी साथ लेकर आए है। इतने बड़े काफिले के साथ मस्वाती तृतीय नवे दिल्ली के एक होटल में डेरा डाल रखा है।
आलीशान होटल के 200 कमरे बुक
मस्वाती तृतीय ने दिल्ली के एक फाइव स्टार होटल में 200 कमरे बुक करवाए हुए हैं। कहा जा रहा है कि मस्वाती जिस कमरे में ठहरे हुए है इस कमरे का किराया करीब डेढ़ लाख रुपये प्रतिदिन है। जबकि बाकी कमरों का किराया 7 से 15 हजार रुपए के बीच है। साल 1968 में अपने देश को अंग्रेजों से आजाद कराने वाले मस्वाती के पिता सोभुजा द्वितीय की 125 रानियां थीं।
रंगीन मिजाज के मस्वाती तृतीय
मस्वाती तृतीय को एक रंगीन मिजाज के रूप में जाना जाता है। उन्होंने परिवार बढ़ाने की अपने पिता की परंपरा को आलोचनाओं की परवाह किए बिना कायम रखा है। उनकी 15 रानियों में केवल 2 को ही रॉयल का दर्जा प्राप्त है।
दुनिया के अमीर राजाओं मस्वाती का नाम
मस्वाती तृतीय दुनिया के अमीर राजाओं में शुमार हैं। वर्ष 2009 में फोर्ब्स द्वारा प्रकाशित सूची में 200 मिलियन डॉलर की संपत्ति के साथ उनका 15वां स्थान था। उनके पास पांच लाख डॉलर की मैबेच कार सहित 62 लक्जरी गाडियां हैं, जिनका फोटो लेने पर प्रतिबंध है। 47 वर्षीय राजा ने अपनी रानियों के लिए 13 ऑलिशान महल बनवा रखे हैं। उन्होंने 2013 में 18 साल की लड़की के साथ 15वीं शादी रचाई थी।
गरीब देश है स्वाजीलैंड
स्वाजीलैंड एक गरीब देश है, जिसकी आबादी 1 करोड़ 20 लाख है। 69 फीसदी लोग बीपीएल के अंतर्गत आते हैं। करीब 63 फीसदी से अधिक आबादी हर रोज सिर्फ 80 रुपए में अपना खर्चा चलाती है। इस देश में बेरोजगारी दर 40 फीसदी है। हैरान करने वाली बात ये है कि स्वाजीलैंड में एचआईवी पॉजीटिव भी करीब 40 फीसदी हैं।
मस्वाती के गजब फरमान
एड्स से निजात दिलाने के लिए राजा मस्वाती ने वर्ष 2000 में संसद में प्रस्ताव रखा था। इसमें एड्स पीड़त लोगों को नपुंसक बनाने का प्रस्ताव था। प्रस्ताव का जमकर विरोध होने पर इसे वापस ले लिया था। इसके बाद उन्होंने 19 साल से कम उम्र की युवतियों से यौन संबंध बनाने के खिलाफ फरमान जारी किया था। इसके तहत उन्हें गले में उनका मफलर लगाकर बाहर निकलना होता था। इसके लिए प्रोत्साहन राशि 1800 रुपए निर्धारित थी। स्वाजीलैंड में कुछ समय पहले महिलाओं को मिनी स्कर्ट पहनने पर भी प्रतिबंध लगा दिया था।