आठ साल बाद अपनी पत्नी-बच्चों से मिला कोली, छलक पड़े आंसू
डासना जेल में बंद निठारी कांड के दोषी सुरेंद्र कोली की पत्नी शांति देवी रविवार को आठ साल के बाद पति से मिलने जेल पहुंची। उसके साथ दोनों बच्चे, भाई व गांव का सरपंच भी थे। वह दोपहर 12:02 बजे जेल पहुंची और 12:32 पर बाहर निकली। उसने कोली से करीब आधा घंटा मुलाकात की। पत्नी व बच्चों से आठ साल बाद मिलने पर कोली फूट-फूटकर रो पड़ा। उसने सभी को गले लगाया। वर्तमान में कोली की पत्नी दिल्ली में रह रही है। इससे पहले 11 सितंबर को मेरठ जेल में कोली की मां ने भी उससे मुलाकात की थी।
गाजियाबाद [जासं]। डासना जेल में बंद निठारी कांड के दोषी सुरेंद्र कोली की पत्नी शांति देवी रविवार को आठ साल के बाद पति से मिलने जेल पहुंची। उसके साथ दोनों बच्चे, भाई व गांव का सरपंच भी थे। वह दोपहर 12:02 बजे जेल पहुंची और 12:32 पर बाहर निकली। उसने कोली से करीब आधा घंटा मुलाकात की। पत्नी व बच्चों से आठ साल बाद मिलने पर कोली फूट-फूटकर रो पड़ा। उसने सभी को गले लगाया। वर्तमान में कोली की पत्नी दिल्ली में रह रही है। इससे पहले 11 सितंबर को मेरठ जेल में कोली की मां ने भी उससे मुलाकात की थी।
रविवार को सुरेंद्र कोली की पत्नी शांति देवी, 11 वर्षीय पुत्री, आठ वर्षीय पुत्र, भाई व पैतृक गांव उत्तराखंड अल्मोड़ा के मंगरूखल गांव के सरपंच नारायण सिंह जेल पहुंचे। कोली ने आठ वर्ष बाद पत्नी व बच्चों का चेहरा देखा। जेल सूत्रों के मुताबिक उन्हें देखकर वह फूट फूटकर रोने लगा। वह बारी बारी सबसे मिला और बात की। उसने सभी को गले से लगाया। पत्नी उसके लिए फल लेकर गई थी, जिसे कोली ने रख लिए। पत्नी व बच्चे भी कोली के गले लगकर खूब रोए।
बता दें कि पूर्व में सीबीआइ कोर्ट द्वारा फांसी की तारीख मुकर्रर करने के बाद उसे चार सितंबर को मेरठ के चौधरी चरण सिंह जेल स्थानांतरित कर दिया गया था। उसे आठ सितंबर को फांसी लगनी थी। सात सितंबर की आधी रात को सुप्रीम कोर्ट ने कोली की फांसी पर 29 अक्टूबर तक के लिए रोक लगा दी थी। उसे 17 सितंबर को वापस डासना जेल शिफ्ट कर दिया गया।