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विमान में अधिक सफर भी हो सकता है खतरनाक, जानें क्‍यों

वैज्ञानिकों ने चूहों पर किए गए शोधों में पाया कि आरएएस नामक प्रोटीन एक चौथाई कैंसर कोशिकाओं में सक्रिय होते हैं।

By Sanjay PokhriyalEdited By: Published: Mon, 11 Dec 2017 11:50 AM (IST)Updated: Mon, 11 Dec 2017 12:05 PM (IST)
विमान में अधिक सफर भी हो सकता है खतरनाक, जानें क्‍यों

नई दिल्ली (आइएएनएस)। अगर आप विमान में अधिक सफर करते हैं और आपको इस कारण कई बार जेट लैग (विमान से यात्रा करते समय अत्यधिक थकावट महसूस होना) होती है तो इस समस्या को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए। एक अध्ययन में सामने आया है कि जेट लैग के कारण कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। जेट लैग शरीर की क्लॉक (बॉडी क्लॉक) को प्रभावित करता है। शरीर का क्लॉक कोशिकाओं के गुणन (मल्टीप्लिकेशन) पर असर डाल कैंसर से शरीर की रक्षा करने में मदद करता है। शैरिटे मेडिकल यूनिवर्सिटी, बर्लिन में हुए शोध के अनुसार बॉडी क्लॉक मानव शरीर के बर्ताव और सक्रियता स्तर पर भी अपना असर दिखाता है। 

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वैज्ञानिकों ने चूहों पर किए गए शोधों में पाया कि आरएएस नामक प्रोटीन एक चौथाई कैंसर कोशिकाओं में सक्रिय होते हैं। ये प्रोटीन कोशिकाएं गुणन और बॉडी क्लॉक को नियंत्रित करती हैं, लेकिन जेट लैग के कारण बॉडी क्लॉक ट्यूमर को दबाने की जगह उसे सक्रिय करने का काम करता है। शोध को पीएलओएस नामक जर्नल में प्रकाशित किया गया है। 

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