Republic Day: किस अवसर पर दी जाती है 21 तोपों की सलामी, खास है इस साल का गणतंत्र दिवस
Republic Day 2023 राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कर्तव्य पथ पर राष्ट्रीय ध्वज फहराकर 74वें गणतंत्र दिवस समारोह की शुरुआत की। परंपरा को ध्यान में रखते हुए तिरंगा फहराने के साथ ही राष्ट्रगान हुआ और फिर 21 तोपों की सलामी दी गई।
नई दिल्ली, एजेंसी। Republic Day 2023: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कर्तव्य पथ पर राष्ट्रीय ध्वज फहराकर 74वें गणतंत्र दिवस समारोह की शुरुआत की। परंपरा को ध्यान में रखते हुए तिरंगा फहराने के साथ ही राष्ट्रगान हुआ और फिर 21 तोपों की सलामी दी गई। यह पहली बार है कि 21 तोपों की सलामी 105 मिमी भारतीय फील्ड गन के साथ दी गई।
सेरेमोनियल बैटरी द्वारा दी गई तोपों की सलामी
बता दें कि 871 फील्ड रेजीमेंट की सेरेमोनियल बैटरी द्वारा 21 तोपों की सलामी दी गई। सेरेमोनियल बैटरी की कमान एसएम लेफ्टिनेंट कर्नल विकास कुमार ने संभाली थी और गन पोजिशन ऑफिसर नायब सूबेदार अनूप सिंह थे। गणतंत्र दिवस, स्वतंत्रता दिवस और विदेशी राष्ट्राध्यक्षों की यात्राओं के दौरान 21 तोपों की सलामी दी जाती है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया राष्ट्रपति मुर्मू का स्वागत
कर्तव्य पथ पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति मुर्मू का स्वागत किया। वायु सेना अधिकारी फ्लाइट लेफ्टिनेंट कोमल रानी द्वारा कर्तव्य पथ पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया और राष्ट्रगान बजाया गया। इस दौरान ही 21 तोपों की सलामी दी गई।
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खास है इस साल का गणतंत्र दिवस
इस साल का गणतंत्र दिवस इसलिए भी खास है क्योंकि वर्ष 1773 में वाराणसी में 'राष्ट्रपति के अंगरक्षक' की स्थापना के 250 वर्ष पूरे हो गए।
बता दें कि राष्ट्रपति के अंगरक्षक के कमांडेंट, कर्नल अनूप तिवारी, राष्ट्रपति की कार के दाहिनी ओर चल घुड़सवारों के विशिष्ट निकाय का नेतृत्व किया। वहीं, राष्ट्रपति की कार के बाईं ओर रेजिमेंट के सेकेंड-इन-कमांड लेफ्टिनेंट कर्नल रमाकांत यादव ने नेतृत्व किया। यह सबसे वरिष्ठ कैवलरी रेजिमेंट है जो राष्ट्रपति के औपचारिक कर्तव्यों का पालन करती है।
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