राजपरिवार की मीटिंग का असर, JDA अधिकारियों ने खोली राजमहल पैलेस की सील
रविवार का दिन होने के बावजूद आज जेडीए ने राजमहल पैलेस के मेन गेट की सील को खोल दिया।
जयपुर। जयपुर राजपरिवार की सम्पत्ति पर राजस्थान सरकार की कार्रवाई के मामले में सरकार बैकफुट पर आ गई और अवकाश होने के बावजूद रविवार सुबह ही सम्पत्ति पर दरवाजे पर लगी सील खोल दी गई। राजस्थान सरकार और राजपरिवार का यह विवाद भाजपा में काफी उच्च स्तर पर पहुंच गया था और पिछले दो दिन से भाजपा के राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री श्योदान सिंह खुद जयपुर में रहकर मामले मे मध्यस्थता कर रहे थे। शनिवार देर रात राजमाता पद्मिनी देवी ने मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से मुलाकात की और राजे पर विश्वास जताने का बयान जारी किया। इसके बाद रविवार सुबह ही राजमहल पैलेस के गेट पर लगी सील खोल दी गई।
मंत्री ने किया था जे़डीए का बचाव
इस मामले में दो दिन पहले राजपरिवार की ओर से जयपुर में निकाली गई रैली के बाद सरकार की ओर से स्वायत्त शासन मंत्री राजपाल सिंह शेखावत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मीडिया को बताया था कि कार्रवाई बिल्कुल सही की गई है और जिस गेट पर सील लगाई गई है, वह उसी खसरे में है जो सरकार ने अधिग्रहित कर रखा है। उनका कहना था कि राजपरिवार को कोई गलतफहमी है और जहां तक कार्रवाई की बात है तो दीयाकुमारी हमारी बहन है, लेकिन कानून सबके लिए बराबर है।
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यूं बदला सब कुछ
इसके अगले दिन ही राष्ट्रीय संगठन सहमंत्री श्योदान सिंह जयपुर पहुंचे और उन्होने पहले दिन में राजपरिवार की सदस्य और भाजपा विधायक दीया कुमारी से करीब दो घंटे तक मुलाकात की। इसके बाद मुख्यमुंत्री वसुंधरा राजे से शाम को करीब पांच घंटे तक बैठक चली। इन बैठकों के बावजूद इस मामले को लेकर असमंजस बना हुआ था और शनिावर को राजपरिवार के साथ जुड़े राजपूत समाज ने ताले नहीं खोलने पर नौ सितंबर को जयपुर और 15 सितंबर को राजस्थान बंद की चेतावनी दे दी थी।
इसके बाद देर शाम राजमाता पद्मिनी देवी ने मुख्यमंत्री राजे से मुलाकात की और इसके बाद मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से पद्मिनी देवी के नाम से बयान जारी किया गया। इस बयान में सरकार व राजे पर पूरा विश्वास व्यक्त किया गया और कहा गया कि सरकार भी हमारी है और राजे भी हमारी है।
जेडीए अधिकारियों ने खोली सील
इसके बाद रविवार सुबह करीब 8.30 बजे जयपुर विकास प्राधिकरण के एक अधिकारी आए और गेट की सील खोल कर चले गए। इस मामले में दीया कुमारी का कहना है कि हमारा पक्ष सही था और मुुख्यमंत्री राजे ने हमारी बात सुनी, इसके लिए हम उनको धन्यवाद देते है। जेडीए ने गलत कार्रवाई की थी और अब उसे सही किया गया है।
(साभार : नई दुनिया)