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दिल्ली में मौसम खुशगवार, पंजाब व राजस्थान में मुसीबत

दिल्ली और उसके आसपास के क्षेत्रों में शुक्रवार के दिन भी मौसम खुशगवार रहा। वहीं पंजाब और राजस्थान में बारिश कहर बनकर टूटी। पंजाब में मकान गिरने की घटनाओं छह लोगों की मौत की खबर तो राजस्थान के श्रीगंगानगर में बारिश का पानी निकालने के लिए सेना की मदद ली जा रही है।

By Edited By: Published: Fri, 05 Sep 2014 09:59 PM (IST)Updated: Fri, 05 Sep 2014 10:01 PM (IST)

नई दिल्ली। दिल्ली और उसके आसपास के क्षेत्रों में शुक्रवार के दिन भी मौसम खुशगवार रहा। वहीं पंजाब और राजस्थान में बारिश कहर बनकर टूटी। पंजाब में मकान गिरने की घटनाओं छह लोगों की मौत की खबर तो राजस्थान के श्रीगंगानगर में बारिश का पानी निकालने के लिए सेना की मदद ली जा रही है।

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राजधानी दिल्ली में शुक्रवार को सुबह से ही रुक-रुक कर हो रही बारिश ने लोगों को गर्मी का अहसास नहीं होने दिया। शुक्रवार को यहां अधिकतम तापमान भी सामान्य से कम 30.3 डिग्री सेल्सियस रहा। दिल्ली में शुक्रवार को 6.2 मिमी. बारिश रिकार्ड की गई। मौसम विभाग की भविष्यवाणी के अनुसार शनिवार को भी ऐसा ही मौसम रहेगा।

पंजाब में बुधवार रात से रुक-रुक कर जारी बारिश अब जानलेवा सिद्ध होने लगी है। शुक्रवार को अमृतसर के कस्बा खलचियां के गांव जस्सोनंगल में कच्चे मकान की छत गिरने से एक ही परिवार के पांच लोगों की मौत हो गई, वहीं जिले में ही एक महिला की छत गिरने से दब कर मौत हो गई। प्रदेश में सबसे अधिक बारिश अमृतसर में सौ मिलीमीटर दर्ज की गई। यहां जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। गांव जस्सोनंगल के सरपंच ने बताया कि गांव में 20 कच्चे मकान हैं। इन लोगों को गुरुद्वारे में शरण दी गई है। वहीं अजनाला रोड स्थित प्रेम नगर में भी कच्चे मकान की छत गिर गई, जिससे जसवंत कौर (50) की मौत हो गई, जबकि उसका पुत्र सरबजीत सिंह गंभीर घायल हो गया। पठानकोट के सीमावर्ती ब्लॉक बमियाल से सटी उज्ज नदी में बाढ़ से गांव समराला के निकट गुज्जर परिवार के चार सदस्य फंस गए हैं। जम्मू-कश्मीर के कठुआ संभाग की तीन खड्डों का पानी नदी में आने से उसमें फंसे लोगों को बाहर निकालने के लिए जिला प्रशासन ने सेना को बुलाया है। बाढ़ से आसपास के 20 गांवों का संपर्क कट गया है। प्रशासन ने भी नदी के आसपास रहने वाले गुज्जरों को वहां से हटा दिया है। जिला होशियारपुर के मुकेरियां में सबसे अधिक 43.1 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। तरनतारन में 44 मिमी और खडूर साहिब में 55 मिमी बारिश हुई। उधर मालवा में भी जोरदार बारिश हुई। तलवंडी साबो थर्मल प्लांट में कोयला ब्लॉक पानी में डूब गया है।

पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई जिलों में हल्की ले लेकर भारी वर्षा रिकार्ड की गई। हल्की-फुल्की बारिश पूर्वी उत्तर प्रदेश के भी कई जिलों में हुई। जसराना में जहां 6 सेमी. बारिश हुई वहीं बरेली और बागपत में 4-4 सेमी. बारिश हुई। मुजफ्फरनगर, बदायूं और रामपुर में 3-3 सेमी. बारिश रिकार्ड की गई।

मौसम विभाग के अनुसार हिमाचल प्रदेश में 11 सितंबर तक बारिश का सिलसिला जारी रहेगा। शुक्रवार को भी प्रदेश के कई हिस्सों में जमकर बारिश हुई। इसके अलावा रोहतांग दर्रे व चंबा जिले के पांगी में हल्की बर्फबारी हुई, जिससे तापमान में गिरावट दर्ज की गई। अभी तक कहीं से भी नुकसान की खबर नहीं है। पिछले 24 घंटे के दौरान प्रदेश में सर्वाधिक बारिश खैरी में 108 मिलीमीटर रिकार्ड की गई।

राजस्थान के कई जिलों में भारी बारिश का दौर आज भी जारी रहा। पिछले तीन दिन से हो रही तेज बारिश के कारण श्रीगंगानगर जिले में बाढ़ के हालात उत्पन्न हो गए। श्रीगंगानगर शहर एवं गांवों में भरे पानी को निकालने के लिए आज से सेना के जवान जुटे हैं। वहीं जोधपुर जिले में तेज बरसात से जन-जीवन अस्तव्यस्त हो गया। दोनों ही जिलों में पिछले तीन दिन से लगातार बारिश हो रही है। प्रदेश के हनुमानगढ़, कोटा, बांरा, झालावाड़, बीकानेर जिलों में भी बारिश का दौर आज भी जारी रहा।

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