लोकतंत्र के महापर्व में मतदाताओं ने बढ़चढ़ कर लिया हिस्सा, अब रिजल्ट का है इंतजार
उत्तर प्रदेश में अंतिम चरण में 60.03 फीसद जबकि मणिपुर के अंतिम चरण में रिकॉर्ड 86 फीसद वोट पड़े।
जेएनएन, नई दिल्ली। दो क्षेत्रों को छोड़ पांच राज्यों में सात चरणों का विधानसभा चुनाव बुधवार को संपन्न हो गया। ये दो विधानसभा क्षेत्र हैं- आलापुर (उत्तर प्रदेश) और कर्णप्रयाग (उत्तराखंड)। यहां प्रत्याशियों के निधन के कारण मतदान आज कराए जा रहे हैं। सभी परिणाम शनिवार यानी 11 मार्च को आएंगे। इससे पहले गुरुवार को विभिन्न एजेंसियों और खबरिया चैनलों के एक्जिट पोल आ जाएंगे।
बुधवार को उत्तर प्रदेश में सातवें व अंतिम चरण में 60.03 फीसद वोट पड़े, जबकि मणिपुर के दूसरे और अंतिम चरण में रिकॉर्ड 86 फीसद वोट पड़े। पहले चरण में 86.5 फीसद मतदान हुआ था। उत्तर प्रदेश विधानसभा का कार्यकाल 27 मई को समाप्त हो रहा है। जबकि उत्तराखंड का 26 मार्च और गोवा, मणिपुर व पंजाब की विधानसभाओं का कार्यकाल 18 मार्च को समाप्त हो रहा है।
उत्तर प्रदेश में सातवें व अंतिम चरण में बुधवार को 60.03 फीसद वोट पड़े। यह छठे चरण के 57.03 फीसद के मुकाबले तीन फीसद और 2012 के सातवें चरण के 57.92 के मुकाबले दो फीसद ज्यादा है। सातों चरणों के औसत मतदान की बात करें तो इस बार यह 60-61 फीसद रहा, जबकि 2012 में यह 59.48 रहा था। यानी यह करीब 1.5 फीसद ज्यादा है।
उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी टी. वेंकटेश के मुताबिक बुधवार को सर्वाधिक 61.13 फीसद मतदान चंदौली में हुआ। वहीं सबसे कम 58.3 फीसद वोटिंग भदोही में हुई। अंतिम चरण में जिन 40 सीटों पर मतदान हुआ, उनमें सबसे ज्यादा 65 फीसद मतदान वाराणसी दक्षिण विधानसभा क्षेत्र में हुआ। यह सीट भाजपा के सिटिंग विधायक और इस सीट पर लगातार सात बार कमल खिलाने वाले श्यामदेव राय चौधरी 'दादा' का पार्टी की ओर से टिकट काटे जाने के कारण चर्चा में आयी थी।
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