मंत्रिमंडल में बढ़ेगी शिवसेना की शक्ति, उद्धव आज करेंगे नामों की संस्तुति
महाराष्ट्र की भाजपा सरकार में शिवसेना की भागीदारी को लेकर अभी भले ही खींचतान जारी हो लेकिन केंद्र सरकार में उसकी शक्ति बढऩी तय है। शिवसेना ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी देते हुए कहा है कि रविवार को जब नरेंद्र मोदी मंत्रिमंडल का विस्तार होगा तो उसके दो सांसदों को
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। महाराष्ट्र की भाजपा सरकार में शिवसेना की भागीदारी को लेकर अभी भले ही खींचतान जारी हो लेकिन केंद्र सरकार में उसकी शक्ति बढऩी तय है। शिवसेना ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी देते हुए कहा है कि रविवार को जब नरेंद्र मोदी मंत्रिमंडल का विस्तार होगा तो उसके दो सांसदों को उसमें शामिल किया जाएगा।
शिवसेना के एक सांसद ने कहा, 'प्रधानमंत्री कार्यालय से दो सांसदों के नाम मांगे गए हैं। हमें लगता है कि उन्हें मोदीजी के मंत्रिमंडल में जगह मिलेगी। शुक्रवार की सुबह तक उद्धवजी (शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे) अपनी संस्तुति भेज देंगे।' फिलहाल शिवसेना से केवल एक कैबिनेट मंत्री अनंत गीते केंद्र सरकार में हैं। परोक्ष रूप से मोदी सरकार का यह फैसला महाराष्ट्र में शिवसेना के पांव और बांध देगा।इसके अलावा प्रतिनिधित्व से वंचित उत्तरी राज्यों और समुदायों को जहां इस बार सरकार में भागीदारी मिलेगी, वहीं दक्षिण का चेहरा उत्तर प्रदेश के रास्ते संसद में लाया जा सकता है। संघ से भाजपा में आए महासचिव राम माधव राज्यसभा में दिख सकते हैं। वहीं मंत्रिमंडल में नए चेहरों को शामिल करने के अलावा कुछ मंत्रियों के प्रभार भी बदले जा सकते हैं।
बृहस्पतिवार को राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मुलाकात ने रविवार को संभावित मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चा को और तेज कर दिया है। हालांकि, प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से कहा जा रहा है कि पीएम सिर्फ वहां आयोजित गुरबानी पाठ में शामिल होने गए थे। सोमवार तक राज्यसभा चुनाव के लिए उम्मीदवार भी तय करने हैं। उत्तर प्रदेश की 10 रिक्त सीटों में एक भाजपा के खाते में आएगी। सूत्रों के अनुसार, कुछ नामों पर चर्चा चल रही है जिसमें सबसे आगे राम माधव का नाम है। बताते हैं कि कुछ नेता राम माधव को भी मंत्रिमंडल में लाने के पक्ष में हैं, लेकिन फिलहाल वह राज्यसभा में ही रहेंगे। 20 नवंबर को होने वाले राज्यसभा चुनाव के लिए उन्हें नामित किया जा सकता है।
दूसरी तरफ जहां मंत्रिमंडल में एक दर्जन नए चेहरे दिख सकते हैं वहीं कुछ मंत्रियों का प्रभार बदला जा सकता है। कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह और रेल मंत्री सदानंद गौड़ा को लेकर सबसे ज्यादा अटकलें हैं। बताया जा रहा है कि मोदी इन दोनों हाई प्रोफाइल मंत्रालयों में बदलाव कर सकते हैं।
उत्तर-पूर्व के राज्य हैं मोदी की प्राथमिकता में
डोनर (डिपार्टमेंट और ऑफ नार्थ ईस्ट) फिलहाल जनरल वीके सिंह के पास है। वह उनसे वापस लिया जा सकता है। असम से आने वाले सर्वानंद सोनोवाल इस विभाग को लेकर बहुत इच्छुक रहे हैं। अगर ऐसा हुआ तो खेल मंत्रालय उनसे लिया जा सकता है।
वैसे भी उत्तर पूर्व राजनीतिक रूप से भी भाजपा और मोदी की प्राथमिकता में है। वह युवा और सक्रिय व्यक्ति को ही इसकी जिम्मेदारी देंगे। माना जा रहा है कि मुख्तार अब्बास नकवी, हंसराज अहीर, अनुराग ठाकुर, गिरिराज किशोर, जयंत सिन्हा जैसे कई भाजपा नेताओं को मंत्री पद की जिम्मेदारी दी जा सकती है। तेलुगु देसम पार्टी यानी टीडीपी से भी किसी और को केंद्र सरकार में जगह मिल सकती है। अरुण जेटली के पास अभी वित्त मंत्रालय के साथ रक्षा मंत्रालय भी है। इसी तरह नितिन गडकरी, प्रकाश जावड़ेकर, निर्मला सीतारमन और पीयूष गोयल जैसे मंत्रियों के पास कई-कई मंत्रालय हैं।
भावी रक्षा मंत्री पार्रिकर ने बुलाई विधायकों की बैठक
गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पार्रिकर का मान रक्षा जैसे भारी भरकम मंत्रालय का दायित्व संभालने के लिए तय माना जा रहा है। पार्रिकर ने नई जिम्मेदारी संभालने की तैयारी शुरू कर दी है। दिल्ली से लौटने के बाद बृहस्पतिवार की शाम उन्होंने अपने विधायकों के साथ बैठक की। हालांकि उन्होंने अभी मोदी कैबिनेट में जाने पर स्पष्ट बयान नहीं दिया लेकिन यह जरूर कहा कि प्रधानमंत्री का जो फैसला होगा वह उसे मानेंगे।
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'भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने मुझसे सुबह बात की। उन्होंने कहा कि यदि मुझे प्रधानमंत्री केंद्र में कोई काम सौंपें तो उसे स्वीकार कर लूं।' -मनोहर पार्रिकर, मुख्यमंत्री गोवा
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