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PFI Protests: हड़ताल के नाम पर केरल में PFI का उपद्रव, हाई कोर्ट ने कहा- आदेश नहीं मानने वालों पर की जाएगी सख्त कार्रवाई

PFI Protests पुलिस के अनुसार राज्य में कई स्थानों पर पथराव की घटनाएं हुईं। वायनाड कोझिकोड कोच्चि अलपुझा और कोल्लम जिलों में राज्य परिवहन निगम की बसों पर हमले किए गए। पथराव की घटनाओं में पुलिसकर्मियों के अलावा कुछ बस चालक और यात्री घायल हो गए।

By AgencyEdited By: Ashisha Singh RajputPublished: Fri, 23 Sep 2022 08:57 PM (IST)Updated: Fri, 23 Sep 2022 08:57 PM (IST)
कई जिलों में परिवहन निगम की बसों पर हमले, चालक और यात्री घायल

तिरुअनंतपुरम, एजेंसी। पापुलर फ्रंट आफ इंडिया (पीएफआइ) से जुड़े ठिकानों पर देशभर में छापेमारी और इसके पदाधिकारियों की गिरफ्तारी के विरोध में केरल में शुक्रवार को हड़ताल का आयोजन किया गया। इस दौरान पीएफआइ कार्यकर्ताओं ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में जमकर उपद्रव किया। केरल हाई कोर्ट ने हड़ताल के अवैध आह्वान को लेकर पीएफआइ के नेताओं की कड़ी निंदा की और मामले का स्वत: संज्ञान लेते हुए केस चलाने का आदेश दिया।

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दो पुलिस अधिकारियों पर हमला

पुलिस के अनुसार, राज्य में कई स्थानों पर पथराव की घटनाएं हुईं। वायनाड, कोझिकोड, कोच्चि, अलपुझा और कोल्लम जिलों में राज्य परिवहन निगम की बसों पर हमले किए गए। पथराव की घटनाओं में पुलिसकर्मियों के अलावा कुछ बस चालक और यात्री घायल हो गए। कोल्लम जिले में पुलिस अधिकारियों द्वारा रोकने का प्रयास किए जाने पर बाइक पर सवार दो बदमाशों ने उनके साथ गाली-गलौज की और हमला कर दिया। इससे दो पुलिस अधिकारी-निखिल और एंटनी घायल हो गए। दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

आरएसएस कार्यालय पर बम फेंका

कन्नूर जिले में आरएसएस कार्यालय पर पेट्रोल बम से हमला किया गया। दो हमलावर स्कूटर पर सवार होकर आए और पेट्रोल बम फेंककर चले गए। आइएएनएस के अनुसार, कोयंबटूर जिले में भाजपा कार्यकर्ता शिवकुमार की कार को पेट्रोल डालकर जलाने का प्रयास किया गया। एक अन्य घटना में हिंदू मुन्नानी के नेता सरवनकुमार के दो आटोरिक्शा के शीशे तोड़ दिए गए। दोनों घटनाओं को लेकर पुलिस ने तीन मामले दर्ज किए हैं।

शुक्रवार को हाई कोर्ट की कार्यवाही शुरू होने तक पीएफआइ कार्यकर्ताओं द्वारा राज्य के विभिन्न हिस्सों में उपद्रव की खबरें आने लगी थीं। जस्टिस एके जयशंकरन नांबियार और मोहम्मद नियास की पीठ ने कहा, 2019 में हाई कोर्ट द्वारा दिए गए आदेश के बावजूद पीएफआइ ने हड़ताल का आह्वान किया है। यह न्यायालय के आदेश की अवमानना है। जिन लोगों ने आदेश का उल्लंघन किया है, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

हाई कोर्ट का आदेश

अदालत ने कहा कि वह अवमानना का एक मामला अलग से शुरू करने जा रही है। अदालत ने पुलिस को निर्देश दिया कि हड़ताल का समर्थन नहीं करने वालों की संपत्ति को किसी तरह की क्षति रोकने के लिए पर्याप्त उपाय सुनिश्चित करें।

पांच सौ गिरफ्तार, चार सौ हिरासत में12 घंटे की हड़ताल के दौरान हिंसक प्रदर्शन के सिलसिले में शुक्रवार को 500 लोगों को गिरफ्तार किया गया और 400 अन्य को एहतियातन हिरासत में लिया गया। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी), कानून और व्यवस्था, विजय सखारे ने बताया कि दो अन्य लोगों को बम के साथ गिरफ्तार किया गया। बाद में तीन और लोगों को गिरफ्तार किया गया। फिलहाल स्थिति शांत और नियंत्रण में है। 

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