कश्मीर में आतंकियों की घुसपैठ के लिए भेदिए तलाश रहा पाकिस्तान, सेना ने बढ़ाई चौकसी
जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटने के बाद बड़े पैमाने पर खूनखराबे की साजिश रच रहा पाकिस्तान आतंकियों की घुसपैठ करवाने के साथ भीतरघात के लिए भेदिए तलाश रहा है।
विवेक सिंह, जम्मू। जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटने के बाद बड़े पैमाने पर खूनखराबे की साजिश रच रहा पाकिस्तान आतंकियों की घुसपैठ करवाने के साथ भीतरघात के लिए भेदिए तलाश रहा है। आतंकियों की मदद के लिए सहयोगी जुटाने के लिए निरंतर प्रयास कर रहा है।
दुश्मन की इस चाल से वाकिफ भारतीय सेना सीमा पर कड़ी चौकसी बरतने के साथ जवानों व अधिकारियों को सोशल साइट पर पाकिस्तान की खुफिया एजेंसियों की चाल में न फंसने की ट्रेनिंग दे रही है। सैन्य क्षेत्रों में काम करने वाले सिविल लोगों पर भी पैनी नजर रखी जा रही है।
स्मार्टफोन से मिली सहायता
मौजूदा हालात में सैन्य क्षेत्रों में खतरे की घंटी बने स्मार्टफोन ने भी देश के दुश्मनों तक पहुंचने में सहायता की है। सेना के अधिकारियों व जवानों को स्मार्टफोन का इस्तेमाल न करने के निर्देशों के बीच सैन्य क्षेत्रों में काम कर रहे सिविल लोगों के मोबाइल फोन की स्क्रीनिंग भी की जा रही है। इसी की बदौलत शुक्रवार को राजस्थान के रहने वाले दो लोगों के वाट्सएप के जरिए पाकिस्तान में सक्रिय देश विरोधी तत्वों के संपर्क में होने की पुष्टि हुई है।
चार महीने में दो बार पाकिस्तान के मंसूबे नाकाम
चार महीने में जम्मू में दो बार मोबाइल के जरिए पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी के मंसूबे नाकाम हुए हैं। इस वर्ष मई में बड़ी ब्राह्मणा सैन्य क्षेत्र में दुश्मन को सूचना देने के लिए स्मार्टफोन ही भेदियों के लिए हथियार बना था। मई में सेना ने दुश्मन के लिए काम करने वाले छह जासूसों को पकड़ा था। पकड़े गए दो जासूसों ने रतनूचक मिलिट्री स्टेशन के बाहर वीडियो रिकार्डिंग व फोटो खींचने के साथ दुश्मन को सैन्य क्षेत्र की जीपीएस लोकेशन भेजी थी। मोबाइल की जांच करने के बाद इसकी पुष्टि हुई थी।
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92 से शुरू होने वाले किसी भी नंबर से कॉल न उठाने के निर्देश
सैनिकों और अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश हैं कि वे 92 से शुरू होने वाले किसी भी नंबर से कॉल न उठाएं। अधिकारियों को बताया जा रहा है कि उन्हें अपने मोबाइल व लैपटाप के डाटा को किस तरह सुरक्षित रखना है। खुफिया एजेंसियों के अनुसार पाकिस्तान ने गुलाम कश्मीर में अफगान व पठानी आतंकियों को घुसपैठ के लिए लांङ्क्षचग पैडों पर रखा है। पाकिस्तान ने इन आतंकियों को कश्मीर के केरन व जम्मू संभाग के पुंछ में बॉर्डर एक्शन टीम का हिस्सा बनाकर घुसपैठ करवाने की तैयारी की है। यह बॉर्डर एक्शन टीम घुसपैठ करने के लिए बनाई गई हैं। इन्हें पाकिस्तान की स्पेशल सर्विस ग्रुप ने तैयार किया है।
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