ओवैसी संदिग्ध आतंकियों को कानूनी मदद दिलाने पर अडिग
मीडिया से बातचीत में शनिवार को अपनी पार्टी के फैसले का समर्थन करते हुए ओवैसी ने कहा कि अगर हम उन्हें कानूनी सहायता मुहैया नहीं कराते तो अदालत ऐसा करती।
हैदराबाद । मजलिस ए इत्तेहादुल मुसलमीन (एमआइएम) के प्रमुख और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी पांच आइएसआइस संदिग्धों को कानूनी सहायता उपलब्ध कराने पर अडिग हैं। एमआइएम प्रमुख ने शुक्रवार को घोषणा की थी कि उनकी पार्टी हैदराबाद से गिरफ्तार पांच आइएस संदिग्धों को कानूनी सहायता उपलब्ध कराएगी।
मीडिया से बातचीत में शनिवार को अपनी पार्टी के फैसले का समर्थन करते हुए ओवैसी ने कहा कि अगर हम उन्हें कानूनी सहायता मुहैया नहीं कराते तो अदालत ऐसा करती। यह लोकतंत्र है और न्याय ऐसे ही काम करता है। उन्होंने मीडिया से इस मुद्दे को ज्यादा हवा नहीं देने और कानूनी प्रक्रिया में बाधा नहीं बनने की अपील की। खबरों के मुताबिक, आरोपी युवकों के परिजनों ने सांसद से मुलाकात करके उन्हें (युवकों को) निर्दोष बताया था। अदालतों और कानूनी प्रक्रिया में अपना दृढ़ विश्वास व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों में एनआइए की कार्रवाई पूरी तरह तर्कसंगत नहीं रही है। उन्होंने इस संदर्भ में स्वामी असीमानंद और साध्वी प्रज्ञा का हवाला भी दिया।
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ओवैसी ने कहा, मैंने आइएसआइएस की निंदा की है, अपने भाषण में उनके खिलाफ मैंने 20 मिनट तक बोला और आप (मीडिया) उसे दिखाना नहीं चाहते। मैंने पूरे मुस्लिम समुदाय और दक्षिण हैदराबाद पर आरोप लगाए जाने की भी निंदा की थी। दक्षिण हैदराबाद में सभी समुदायों के लोग शांतिपूर्वक रह रहे हैं। मैं आइएसआइएस की निंदा करना जारी रखूंगा, यह एक आतंकवादी संगठन है। यही समुदाय के हर व्यक्ति का रुख है। लेकिन पूरे मुस्लिम समुदाय को आरोपित करना बंद होना चाहिए, खासकर ऐसे समय जब कई संदिग्ध आतंकियों को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने गिरफ्तार किया है।
29 जून को एनआइए ने हैदराबाद के विभिन्न इलाकों में छापे मारकर संदिग्ध आतंकी लिंक के आरोप में 11 लोगों को गिरफ्तार किया था। शुक्रवार को इनमें से पांच को 12 दिन की एनआइए हिरासत में भेज दिया गया।
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