राष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्ष कर रहा खेमेबंदी, एक होकर भाजपा को मात देने की तैयारी
जेडीयू के प्रवक्ता केसी त्यागी ने कहा है कि सारे विपक्षी दलों को एक साथ होकर भाजपा के खिलाफ संयुक्त उम्मीदवार उतारना चाहिए।
नई दिल्ली, जेएनएन। सत्तासीन भाजपा की देश में मजबूत होती पकड़ को देखते हुए विपक्ष राष्ट्रपति चुनाव में दमखम के साथ अपना उम्मीदवार उतारने की तैयारी में है। मौजूदा सियासी हलचल से साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि सारे विपक्षी दल राष्ट्रपति चुनाव में एक मत होकर अपना एक उम्मीदवार चुन सकते हैं। इस आशय में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हाल ही में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की है।
नीतीश कुमार और सोनिया गांधी की मुलाकात को जेडीयू ने शिष्टाचार मुलाकात बताया है। जेडीयू के प्रवक्ता केसी त्यागी ने कहा है कि सारे विपक्षी दलों को एक साथ होकर भाजपा के खिलाफ संयुक्त उम्मीदवार उतारना चाहिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी विपक्ष की सबसे वरिष्ठ नेता हैं और उन्हें ही विपक्षी दल को एक मंच पर लाने की पहल करनी चाहिए। इसके साथ ही त्यागी ने कहा कि राष्ट्रपति चुनाव के लिए नीतीश कुमार ने एनसीपी और लेफ्ट से भी बात की है।
नवीन पटनायक से मिलीं ममता बनर्जी
नवीन पटनायक की पार्टी बीजू जनता दल की केंद्र सरकार से बढ़ती करीबियों को देखते हुए ममता बनर्जी ने दोस्ती का हाथ बढ़ाया है। माना जा रहा है कि पश्चिम बंगाल के उपचुनाव और ओडिशा के पंचायत चुनाव में भाजपा के अच्छे प्रदर्शन को देखते हुए ममता, नवीन पटनायक को अपने पाले में खींचना चाहती है। इससे दोनों ही पार्टियां अपने-अपने घरों में भाजपा को कड़ी टक्कर देंगी ही साथ ही राष्ट्रपति चुनाव में भी इसका असर पड़ेगा। वहीं, नवीन-ममता की मुलाकात पर केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने तंज कसते हुए कहा है कि दोनों ही पार्टियों में भ्रष्टाचार की समानता है, इसलिए दोनों के बीच करीबी बढ़ रही है।
सीताराम येचुरी ने भी की सोनिया से मुलाकात
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बाद भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के महासचिव सीताराम येचुरी ने भी कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की है। एएनआई न्यूज एजेंसी के मुताबिक दोनों की मुलाकात आने वाले राष्ट्रपति चुनाव की तैयारियों के ही संबंध में थी। वहीं, सीपीएम ने पहले ही कह दिया था कि अगर विपक्ष से राष्ट्रपति चुनाव में एक आम उम्मीदवार होगा तो वे समर्थन करेंगे।
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